काशीपुर। भीषण गर्मी के दौरान गिरते जलस्तर को दृष्टिगत रखते हुए द्रोणासागर और गिरीताल में शीघ्रातिशीघ्र पानी भरवाने की व्यवस्था किये जाने की मांग परगनाधिकारी एवं सहायक कलेक्टर (प्रथम श्रेणी) से की गई है। एडवोकेट वेद प्रकाश बाठला ने परगनाधिकारी को पत्र देते हुए कहा कि पिछले दिनों सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम में पाये जाने वाले तालाबों के संबंध में एक आशय का निर्देश दिया गया था कि जिन लोगों ने सरकारी तालाबों पर नाजायज कब्जा किया हुआ है, उन्हें हटाया जाए तथा उन तालाबों को फिर से तालाबों के रूप में व्यवस्थित किया जाए ताकि उनमें बरसात के दिनों में पानी भरा जा सके और जल स्तर न गिरे। इस संबंध में आपका ध्यान किसानों द्वारा गर्मी के दिनों में बोए गये धान की ओर दिलाना चाहते हैं, जिसमें किसानों को बहुत अधिक आमदनी होती है लेकिन इसमें पानी अधिक लगाना पड़ता है, विधि वजह जल स्तर गिर जाता है। पत्र में कहा गया कि कुछ दिन पूर्व जानकारी मिली कि रूद्रपुर के कुछ गांवों एवं मौहल्लों में 80 फिट तक जल स्तर गिर गया है और विधि वजह कुछ काॅलोनियों में जल संस्थान के टयूबवैल भी सूख गये हैं और ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई कि हो सकता है कि इन काॅलोनियों में निगम को पानी की आपूर्ति टैंकों आदि से करनी पड़े। जहां तक काशीपुर का प्रश्न है, काशीपुर के वाशिंदे भाग्यशाली हैं कि उनके पास द्रोणासागर और गिरीताल नाम के दो तालाब हैं, यदि इनमें पूरी तरह पानी भरा जाए और द्रोणासागर के साथ में करीब 90 एकड़ भूमि पुरातत्व विभाग की है, जिसमें पुरातत्व विभाग द्वारा इस वर्ष तक करीब 750 पेड़ लगाये गये हैं। यदि इसकी व्यवस्था को ठीक किया जाए तो यहां के वाशिंदों को कभी भी जल स्तर गिरने की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। लिहाजा, द्रोणासागर और गिरीताल में शीघ्रातिशीघ्र पानी भरवाने की व्यवस्था की जाए।