काशीपुर। उत्तर भारत में लगने वाले बड़े मेलों में भगवती मां बाल सुंदरी देवी का चैत्र माह में लगने वाला चैती मेला भी एक है। इस बार यह मेला दो अप्रैल से लगेगा। यह मेला तकरीबन एक महीने तक चलेगा। प्रशासन मेला लगाने की तैयारी में जुट गया है। आज इस संबंध में नगर निगम सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें आए सुझावों पर विचार विमर्श करने के उपरांत आगे की रणनीति बनाई गई। ऐतिहासिक चैती मेले का धार्मिक और व्यापारिक महत्व है। इस मेले में प्रतिदिन करोड़ों का व्यापार होता है। विभिन्न राज्य सहित दिल्ली तक से दुकानें आती हैं। अन्य राज्यों के छोटे-बडे़ दुकानदारों के मेले में आने का इंतजार रहता है। इसके अलावा बड़े झूले व खेल तमाशा लगते हैं। मेले के दौरान भगवती मां बाल सुंदरी देवी चैती मंदिर में एक सप्ताह तक सार्वजनिक दर्शन देने के लिए विराजमान रहती हैं।
प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु मां भगवती के दरबार में मत्था टेकने आते हैं। यहां लगने वाला नखाशा बाजार भी घोड़ों के खरीदारों में खासा प्रसिद्ध है। भगवती बाल सुंदरी बुक्सा जनजाति की कुलदेवी हैं। देवी दर्शन और पूजन को एक साल बिजनौर तो दूसरे साल पीलीभीत से बड़ी तादाद में श्रृद्धालु यहां आते हैं।
कोरोना काल में लगातार दो साल तक मेला नहीं लगा। इस साल मेला काफी बड़ा लगने की संभावना है। मेले की तैयारी 15-20 दिन पहले से शुरू हो जाती है। पहले मेले का आयोजन पंडा परिवार करता था लेकिन पारिवारिक विवाद के चलते मामला हाईकोर्ट में लंबित है। हाईकोर्ट का निर्णय आने तक प्रशासन ने मेले का आयोजन अपने हाथ में लिया है। आज नगर निगम सभागार में चैती मेले के संबंध में पंडा परिवार अथवा ठेकेदारों की मौजूदगी में प्रशासन की एक बैठक हुई। बैठक में एसडीएम अभय प्रताप, पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह, क्षेत्राधिकारी अमित कुमार, कोतवाल मनोज रतूड़ी, आईटीआई थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी सहायक नगर आयुक्त आलोक उनियाल, उप खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के उपरांत एसडीएम/मेलाधिकारी अभय प्रताप ने बताया कि मेले की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी। मेला परिसर व चैती भवन के साथ ही तमाम अन्य स्थानों पार्किंग आदि को सीसीटीवी से कवर किया जाएगा। प्रकाश व सफाई व्यवस्था बेहतर रखी जाएगी। ताकि श्रृद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न आये। वहीं, एसपी चन्द्रमोहन ने कहा कि मेले में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात रहेगा।
*उधर मंदिर के मुख्य पुजारी पंडा विकास अग्निहोत्री ने बताया कि मेला दो अप्रैल से शुरू होगा जो लगभग एक महीने तक चलेगा। वहीं सहायक प्रधान पंडा मनोज अग्निहोत्री ने बताया कि देवी का डोला नगर मंदिर से अष्टमी की अर्द्धरात्रि आठ अप्रैल को चैती मंदिर जाएगा। बैठक में पंडा परिवार की ओर से प्रधान पंडा वंश गोपाल अग्निहोत्री सहायक प्रधान पंडा मनोज अग्निहोत्री पंडा संदीप अग्निहोत्री अंडा शक्ति अग्निहोत्री पंडा विवेक अग्निहोत्री पंडा राम अग्निहोत्री पंडा कृष्ण गोपाल अग्निहोत्री आदि पंडा उपस्थित रहे*