



विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आज नामांकन कराने का अंतिम दिन था अंतिम समय में चुनाव लड़ने का इरादा लेकर सुनीता टम्टा बाजवा आम आदमी के प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन कराया परंतु नामांकन के लिए अपने चुनाव कार्यालय से निकलते ही सुनीता टम्टा बाजवा काफी भावुक हो गई सुनीता टम्टा बाजवा ने कहा कि उन्होंने सदैव महिलाओं नौजवानों एवं किसानों के हितों की लड़ाई लड़ी है बिना किसी भेदभाव के वह सामाजिक कार्यों में हमेशा आगे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती रही इसके लिए उन्हें अपने जीवन में बहुत सारी कुर्बानियां भी देनी पड़ी उन्होंने कहा कि दोनों प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस ने केवल उनके परिवार के साथ ही छल नहीं किया बल्कि समस्त बाजपुर विधानसभा के लोगों का भी शोषण किया है सुनीता टम्टा ने कहा पिछले 10 वर्षों में बाजपुर विकास की दौड़ में पीछे रह गया और बाजपुर की उन्नति के लिए जो उन्होंने सपने देखे थे वह आज भी अधूरे पड़े हैं जिसको लेकर वह भावुक है श्रीमती सुनीता ने कहा यदि बाजपुर के मतदाताओं ने उन्हें विश्वास करके एक बार विधानसभा भेजा तो वह निश्चित रूप से केजरीवाल की नीतियों का पालन करते हुए शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार एवं कृषि के क्षेत्रों में विकास कार्यों की झड़ी लगा देंगी