साईबर अपराधों को अंजाम देने वाले दो शातिर हैदराबाद के एक होटल से गिरफ्तार, अरबों रुपये की ठगी की आशंका

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एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस की संयुक्त कार्यवाही जारी

4 माह से तेलांगाना में छिपे होने की मिली थी सूचना, अब लगे टीम के हाथ

विभिन्न स्कीमो में निवेश के नाम पर 5 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी मामले मे एक महिला सहित 02 अभियुक्तो को हैदराबाद से किया गिरफ्तार

मल्टी लेवल मार्केटिंग के नाम पर धोखाधड़ी जो सम्भावित 01 अरब के उपर होने की आशंका

देहरादून। साईबर अपराधों को अंजाम देने वाले दो शातिर एसटीएफ और साईबर पुलिस के हाथ लगे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह 4 माह से तेलांगना के हैदराबाद में छिपे हुए थे। जिन्होंने विभिन्न स्कीमों में निवेश के नाम पर 5 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की थी। वहीं मल्टी लेवल मार्केटिंग के नाम पर सम्भावित 1 अरब से अधिक ठगी होने की आशंका है।
ज्ञातव्य हो वर्तमान में अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा विभिन्न विदेशी कम्पनियों की फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष व व्यक्तिगत रुप से सम्पर्क कर आँनलाईन ट्रेडिग व कम्पनियों में निवेश कर लाभ कमाने का लालच देकर करोडों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही है।
इसी क्रम में एक प्रकरण थाना विकासनगर जनपद देहरादून में प्राप्त हुआ जिसमें प्रवीण सिंह, अशोक मल्ल आदि 11 शिकायतकर्ताओं द्वारा शिकायत दर्ज करायी गयी कि कुछ व्यक्ति उनसे मिले जिनके द्वारा स्वंय को (1) होलीडे हट्ज (2) एचएचजेड इंटरनेशनल (3) गल्फ क्वाइन गोल्ड (4) ग्लोरिएंट होलीडे हट्ज प्राइवेट लिमिटेड (5) इंस्टा गोल्ड (6) गेट लाइफ ग्रुप (8) क्रप्टोबुल एक्सचेंज आदि कम्पनियों का स्वामी होना बताते हुये उक्त कम्पनियों से सम्बन्धित विभिन्न स्कीमों में धन निवेश करने के एवज में 3 से 5 प्रतिशत का लाभ प्रदान करने की बात कही गयी, साथ ही अन्य व्यक्तियों से धन निवेश कराने पर और अधिक लाभ देने का प्रलोभन दिया गया। उनकी बातों में आकर शिकायतकर्ता एवं अन्य लोगों के द्वारा 5 करोड़ से अधिक की धनराशि निवेश किया गया, जिस पर उक्त अपराधी सभी की धनराशि प्राप्त कर फरार हो गये। सूचना पर थाना विकासनगर जनपद देहरादून पर अभियोग पंजीकृत किया गया।
अपराध की गम्भीरता को देखते हुये उक्त अभियोग की विवेचना एसटीएफ के अधीन गठित आर्थिक अपराध शाखा में स्थानान्तरित की गयी, जहां से उक्त अभियोग निरीक्षक महेश्वर प्रसाद पुर्वाल के सुपुर्द की गयी। साथ ही अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु एसटीएफ एवं साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन की एक संयुक्त टीम गठित की गयी। गठित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातो, वेबसाइट तथा अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ताओं से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी। साथ ही आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर अभियुक्तो के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि अभियुक्त हैदराबाद में कही छिपे हुये है, जिस पर तत्काल टीम को हैदराबाद, आन्ध्र प्रदेश रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से घटना में संलिप्त एक महिला सहित 2 अभियुक्तों को दिनांक 1 मार्च को हैदराबाद, तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तो को स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर उत्तराखण्ड लाया गया।
पुलिस टीम द्वारा वित्तीय संगठित अपराध का एक बड़ी घटना का खुलासा किया गया, जिसमें वर्तमान तक 11 व्यक्तियो की शिकायते प्राप्त हुयी है और 5 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी सामने आयी है। शिकायतकर्ताओ से पूछताछ मे यह भी तथ्य प्रकाश मे आया कि यह संगठित गिरोह देशभर में लोगो को धोखा दे चुका है, जिसमें 1 अरब से अधिक की धोखाधड़ी व घोटाला होने की सम्भावना है। अभियुक्तो के सभी बैंक खातो की जांच की जायेगी तथा विवेचना का दायरा बढ़ाते हुये क्रिप्टो एवं अन्य माध्यमों से धन निवेश की सम्भावना के दृष्टिगत इस ओर भी जांच की जायेगी। अभियुक्तो से पूछताछ पर यह तथ्य प्रकाश में आये कि अभियुक्तगण विगत 4 माह से हैदराबाद के एक होटल मे छिप कर रह रहे थे, जिनके द्वारा लगभग 3.5 लाख रुपये का होटल बिल का भुगतान भी किया गया। अभियुक्तों से पूछताछ पर महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुयी।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान सताक्षी शुभम निवासी मोहाली चण्डीगढ़ व कैलाश निवासी निवासी मोहाली चण्डीगढ़ के रुप में हुई है। कार्यवाही करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक महेश्वर प्रसाद पुरवाल, महिला एसआई प्रतिभा, योगेन्द्र कुमार, दीपक कुमार, मौ0 रईस, मनोज बेनीवाल आदि शामिल रहे।
वहीं प्रभारी एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा बताया गया की यह साइबर थाने का तीसरा क्रिप्टो करेंसी का मामला था, जिसमें हमारी पूरी टीम सफल हुई है। प्रभारी स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा जनता से यह भी अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें।
किसी भी आनलाईन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। किसी भी प्रकार के क्रिप्टो में निवेश/ऑनलाईन ट्रेडिग आदि से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व सत्यापन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं-भांति अवश्य करा लें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। किसी भी प्रकार की वित्तीय साईबर ठगी होने पर तत्काल सूचना 1930 पर दें।


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