सबसे सेवक धर्म कठोरा
– संत सुभाष बापू गदरपुर ओम बापू मंदिर में 35 वें महायज्ञ एवं संत सम्मेलन के अवसर पर श्री संत कल्याण दास जी सेवा समिति के द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई शोभायात्रा में रथ पर विराजमान महामंडलेश्वर संत श्री सुभाष
बापू जी महाराज सहारनपुर वालों ने सब भक्तजनों को शुभ आशीर्वाद दिया शोभा यात्रा मंदिर से प्रारंभ होकर नगर से अनाज मंडी होते हुए पूरे शहर से होते हुए वापस पहुंच कर सब भक्तजनों ने जय बापू दी के जयकारों से शोभायात्रा में आनंद लिया
प्रातः महाराज श्री के द्वारा हवन यज्ञ किया गया इसी अवसर पर सहारनपुर से पधारे महामण्डलेश्वर संत श्री सुभाष बापू जी ने सत्संग में बताया कि योगी होना आसान,ज्ञानी होना आसान लेकिन सेवक बनना बडा़ मुश्किल काम है। ” सबसे सेवक धर्म कठोरा” सेवक कौन जो सुख को त्यागे मन को मारे ,सेवक के लिये कोई इच्छा नही गुरु की इच्छा ही उसकी इच्छा है।दुनिया में हर एक आज परेशान नजर आता है ।मै परेशान ,तुम परेशान ,वह परेशान अर्थात् सबके सब परेशान ।नेता, अभिनेता ,चित्रकार ,गीतकार,नाटककार,निर्धन धनवान आदि सबके सब परेशान ।कहा जाता है कि जो इंसान ईश्वर से परे है और असंतोषी है वह परेशान है । महायज्ञ के अवसर पर श्री राजकुमार ठुकराल, प्रेमानंद महाजन शिव अरोड़ा, ने पहुंच कर महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया इस अवसर पर संत कल्याण दास सेवा समिति गदरपुर के पदाधिकारी बंसी गुम्बर ,कृष्ण लाल अनेजा ,अशोक बांगा ,मदन गुम्बर ,सतीश दुआ,हरीश गुम्बर,किशन सुधा,शैंकी दुआ,विक्की पूंछी, आशु गुंबर, अजय छाबड़ा ,अनु अनेजा, अंकित गिलहोत्रा, केवल नारंग, सतीश अनेजा , संजीव झाम, अरुण छाबड़ा आदि भक्तजनों ने महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त किया