काशीपुर । माता चामुंडा के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद ले काशीपुर के लाल और आम आदमी पार्टी के विधायक प्रत्याशी दीपक बाली ने आज अपनी सरजमी काशीपुर को फिर वही पुरानी राष्ट्रीय पहचान दिलाने के उद्देश्य से उत्तराखंड नव निर्माण के संकल्प के तहत काशीपुर को भी विकास की बुलंदियों तक पहुंचाने का सपना लेकर उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने कोविड एवं चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने दो प्रस्तावको के साथ पहुंच कर नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके प्रस्तावको में सभी धर्म और जातियों के 10 प्रस्तावक तैयार थे मगर नामांकन के लिए अंदर केवल दो ही प्रस्तावक बाल्मीकि समाज से एडवोकेट श्वेता सिंह एवं वैश्य समाज की ओर से सुरेश चंद गुप्ता ही अंदर गए।
श्री बाली के अन्य प्रस्तावको में पार्टी के जिला अध्यक्ष मुकेश चावला महानगर अध्यक्ष मनोज कौशिक गोपीपुरा के पूर्व प्रधान कमलेश कुमार सिख समाज से सुखविंदर सिंह पर्वतीय समाज से शेखर तिवारी मुस्लिम समाज से मकदूम अली अमित सक्सैना आदि प्रस्तावक रहे। डमी प्रत्याशी के रूप में दीपक बाली की धर्मपत्नी श्रीमती उर्वशी वाली ने भी नामांकन किया।
नामांकन के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए आप नेता दीपक बाली ने कहा कि अपने शहर की दुर्दशा को देखकर जब उनका मन द्रवित हो गया तो उन्होंने राजनीति में आने का निर्णय लिया ताकि काम की राजनीति के तहत आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड के नव निर्माण का जो सपना लिया है उसके चलते काशीपुर का भी नव निर्माण कर सकूं ।मेरे द्वारा एक सरकारी स्कूल को जिसे सरकार ने तोड़ने का आदेश दे दिया था उसका जीर्णोद्धार करने के बाद समझ में आया कि क्षेत्र के 107 स्कूलों को यदि ठीक करना है तो उसके लिए सरकारी ताकत होनी चाहिए और वह ताकत एक जनप्रतिनिधि के रूप में ही मिल सकती है। उसी ताकत को लेने के लिए विकास के क्षेत्र में काशीपुर के सोए भाग्य को जगाने के लिए मैं राजनीति में आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में आया नहीं बल्कि लाया गया हूं क्योंकि चुने हुए जनप्रतिनिधि क्षेत्र का विकास करते तो मुझे राजनीति में आने की जरूरत ही नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद से ही प्रदेश की जनता ने दो बार कांग्रेस तो दो बार भाजपा की सरकार बनाई मगर प्रदेश का विकास किसी ने नहीं किया। जहां तक काशीपुर का सवाल है यहां की जनता लगातार चार बार सेफूल का बटन दबा दबा कर खुद फूल बन कर कर गई है मगर चुने हुए नेताओं ने कुछ नहीं किया और विकास के मामले में काशीपुर को रसातल में पहुंचा दिया। सारी समस्याएं ज्यौ कि त्यौ मौजूद है। जनता के पास अब से पहले क्योंकि कोई दूसरा विकल्प नहीं था लेकिन अब इस बार चूंकि आम आदमी पार्टी एक सशक्त विकल्प के रूप में उत्तराखंड का नवनिर्माण करने के लिए आई है इसलिए उसकी काम की राजनीति के तहत काशीपुर की भी कायाकल्प हो यही सपना लेकर जनता की अदालत में लोकतंत्र के इस पर्व में विधायक प्रत्याशी के रूप में आया हूं और जनता से केवल एक ही वायदा करता हूं कि काशीपुर के नव निर्माण के लिए केवल एक मौका दे दो। यदि काम नहीं कर सका तो दूसरे नेताओं की तरह मैं दोबारा दूसरा मौका मांगने नहीं आऊंगा।