काशीपुर। अधिवक्ता, अरायजनवीस और दस्तावेतज लेखकों ने तहसील में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। उन्होंने डीएम को पत्र भेजकर तहसील में दाखिल खारिज पत्रावलियों का निस्तारण नहीं होने की बात कही है। कहा कि आय, जाति, स्थाई प्रमाण पत्रों में समय से रिपोर्ट नहीं लगने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। डीएम को भेजे पत्र में कहा गया है कि दाखिल खारिज की पत्रावलियां छह से अधिक माह तक भी निस्तारित नहीं की जा रही हैं। जो पत्रावलियां निस्तारित हो जाती हैं उनके अमलदरामद दो महीने से पहले आर-6 में दर्ज नहीं किये जाते हैं। जब दर्ज होते हैं तो अधिकांश में गलतियां होती हैं, जिसको सही कराने के लिये दोबारा रिपोर्ट कानूनगो से मंगाई जाती है। इसमें लेखपाल के यहां काम कर रहे प्राइवेट लड़के रुपयों की मांग करते हैं। तहसील से जुड़े कार्यों के लिये बनाये गये हेल्प डेस्क का भी पालन नहीं हो रहा है। आरोप लगाया कि रखे गये प्राइवेट लड़कों ने तहसील के कक्षों को नशे का अड्डा बना दिया है। उन्होंने समस्या को संज्ञान में लेकर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश देने की मांग की। आरोप लगाने वालों में नरेश खुराना, कैलाश सिंह बिष्ट, सतपाल सिंह, नीरज कुमार सिंह, राकेश कुमार सक्सेना, संजय कुमार, सुमित राठी मौजूद रहे।