रुद्रपुर। रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र 66 में लगातार समीकरण बदल रहे हैं। ताज़ा घटनाक्रम से कांग्रेस को बडा झटका लगा है। सोमवार को काफी तादाद में कांग्रेसियो ने पार्टी छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा की सदस्यता लेने वाले कट्टर कांग्रेसी हरीश बांगा के पिता अमरनाथ बांगा भी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे। वह कांग्रेस के लिए समर्पित थे उनके बाद हरीश बांगा कांग्रेस में कद्दावर व प्रभावशाली नेता रहे हैं। इस तरह से बांगा परिवार ने तराई में कांग्रेस को स्थापित करने में बडी मेहनत की थी। जन्म से कांग्रेसी हरीश बांगा के कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने से स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस कहां खडी है। भाजपा में शामिल होने के बाद हरीश बांगा ने साफ कहा कि कांग्रेस अब वो कांग्रेस नहीं रही जो दो दसक पहले तक थी। नयी कांग्रेस ने राष्ट्रवाद से बहुत बडा फासला बना लिया है। कांग्रेस ध्रुवीकरण की नीति अपना रही है, जबकि दुनिया की सबसे बडी पार्टी बन चुकी भारतीय जनता पार्टी का आधार ही राष्ट्रवादी है। कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने वाले हरीश बांगा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों से प्रभावित हैं। जिनके कार्यकाल में भारत एक ताकतवर देश के रूप में उभर कर सामने आया है। भाजपा के राज में देश और प्रदेश की सीमाएं सुरक्षित हुईं हैं। उन्होंने कहा कि बडी संख्या में कांग्रेसियो के भाजपा में शामिल होने से रुद्रपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा की सफलता की संभावना प्रबल हो सकती है।
कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का हिस्सा बने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि वे शिव अरोरा के व्यवहार, काबिलियत और निस्वार्थ समाज सेवा से भी प्रभावित रहे हैं। राजनीति में रहकर शिव अरोरा ने गरीब, कमजोर, बेसहारा तबके की मदद की है। पिछले साल रुद्रपुर में बाढ आई तो शिव अरोरा ने बिना भेदभाव के सभी पीडितो की सरकारी व गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से मदद की। सोमवार को कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने वालों में हरीश बंगा सुनील बंगा राजेंद्र बंगा कलि संजीव बंगा बंसी धार गुम्बर राजीव फुगाल बलदेव डाबरी श्याम लाल चिलाना उषा गुम्बर संगीता बंगा सुमन बंगा संतोष चिलाना आदि प्रमुख है। इनके साथ बडी संख्या में लोग भाजपा का हिस्सा बने है।