




टीएमयू में कल्पद्रुम महामण्डल
विधान का विधि-विधान से शंखनाद

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के रिद्धि-सिद्धि भवन में प्रथम बार हो रहे आध्यात्मिक अनुष्ठान- श्री मज्जिनेन्द्र कल्पद्रुम महामण्डल विधान का विधि-विधान से शुभारम्भ हो गया है। इससे पूर्व जिनालय पर जैन धर्म की स्थापना हुई। यहां से भगवान की पांच प्रतिमाओं को दिव्य घोष और जयकारों के बीच रिद्धि-सिद्धि भवन ले जाया गया, जहां श्रीजी का अभिषेक हुआ। इस दौरान महिलाएं सिर पर कलश लिए थीं, जबकि महिलाओं के संग पुरूषों ने चांदी आदि के हार-मुकुट धारण किए हुए थे। प्रज्ञाश्रवण उपाध्याय श्री 108 प्रज्ञानंद मुनि महाराज जी, मुनि श्री सभ्यानंद जी मुनिराज, कर्मयोगी क्षुल्लकरत्न गिरनार पीठाधीश श्री 105 समर्पण सागर जी महाराज, क्षुल्लक श्री 105 दिव्यानंद जी महाराज, क्षुल्लक श्री 105 प्रबुद्धानंद जी महाराज सरीखे जैन संतों के मंगल आशीर्वाद से शांतिधारा दी गई। शिखर जी से आए ऋषभशास्त्री के संग श्री मनीष शास्त्री ने देवशास्त्र गुरू, नंदिश्वर पूजा, विधान पूजा के संग-संग 24 तीर्थंकरों की पूजा कराई। अष्ट अर्ध्य से पूजा हुईं। अष्ट कुमारियों ने जल शुद्धि और कलश शुद्धि कराई।
ध्वज स्थापना के समय कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, श्रीमती ऋचा जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन, श्रीमती जहान्वी जैन, श्री अनिल जैन, श्री अमित जैन, श्रीमती नीरू जैन की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। श्री मज्जिनेन्द्र कल्पद्रुम महामण्डल विधान में महायज्ञ नायक की भूमिका में कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, सम्राट भरत चक्रवर्ती- श्री मनीष जैन, सुभद्रा चक्रवती- श्रीमती ऋचा जैन, श्री ऋषि जैन सौधर्म इन्द्र, श्रीमती निधि जैन- शचि इंद्राणी, वीसी प्रो. वीके जैन-महामंडलेश्वर, श्री मनोज जैन- बाहुबली, प्रो. विपिन जैन-कुबेर की भूमिका में नज़र आए। कल्पद्रुम महामण्डल विधान में प्रो. रवि जैन, डॉ. रत्नेश जैन, डॉ. अक्षय जैन, श्री विपिन जैन, श्री अंकित जैन, डॉ. अर्चना जैन, श्रीमती नीलम जैन, श्रीमती नीलिमा जैन आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही।


 
			 
			 
			