पांच साल बाद आब करेंगें पीएम मोदी रूस की यात्रा
(वसुंधरा दीप डेस्क ) भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए 8 जुलाई, 2024 को मास्को की एक संक्षिप्त यात्रा की योजना बना रहे हैं। यह यात्रा, यदि योजना के अनुसार हुई, तो 2019 के बाद से मोदी की पहली रूस यात्रा होगी और फरवरी 2022 में यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक होगी।
यात्रा के दौरान, मोदी और पुतिन के बीच रक्षा सहयोग, तेल और गैस आपूर्ति और अन्य रणनीतिक हितों सहित कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। यह यात्रा वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन का हिस्सा है, एक परंपरा जिसे 2000 से कायम रखा गया है, सिवाय COVID-19 महामारी के दौरान रुकावटों और भू-राजनीतिक तनावों के कारण।
इस यात्रा को भारत की विदेश नीति के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर यूक्रेन संघर्ष पर इसके संतुलित रुख को देखते हुए। भारत ने यूक्रेन में रूस की कार्रवाई की निंदा नहीं की है और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद रूसी तेल का आयात जारी रखा है। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और रूस के बीच चल रहे जुड़ाव और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को हाईलाइट करेंगे।
रूस में अपने शिखर सम्मेलन के समापन के बाद, पीएम मोदी 9 जुलाई और 10 जुलाई के दौरान ऑस्ट्रिया की यात्रा करेंगे, जो 1983 में इंदिरा गांधी के बाद 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा यूरोपीय देश की पहली यात्रा होगी।
वियना में पीएम मोदी ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेले से मुलाकात करेंगे और देश के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ बातचीत करेंगे। बाद में, पीएम मोदी और नेहमर दोनों देशों के बिजनेस लीडर्स को भी संबोधित करेंगे।