बाजपुर। राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय बाजपुर में धूमधाम से हिंदी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. के.के. पांडेय ने कहा कि भाषा संस्कृति की संवाहक होती है। इसकी उपेक्षा से कोई भी देश अपने अस्तित्व को खो देता है। बच्चा सर्वप्रथम अपनी मातृभाषा में बोलना और सोचना शुरू करता है। अपनी भाषा में बात करने के लिए किसी प्रकार का दवाब नहीं होता। छात्र-छात्राओं में टीना, रानी, अंशु, जसलीन कौर, दिव्या, संगीता, सुहानी, पूजा और राखी ने हिंदी के भविष्य, विस्तार-प्रसार और रोजगार की भाषा बनाने के संदर्भ में अपने विचार प्रकट किए।बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा जशनप्रीत कौर ने कहा कि हिंदी के विकास के लिए युवाओं को आगे होगा, और इसे दैनिक जीवन में उपयोग करते हुए रोजगारपरक बनाना होगा।
इस अवसर पर हिंदी विभाग प्रभारी डॉ. संध्या चौरसिया, डॉ. रीता सचान, डॉ. मनुहार आर्य,
डॉ. अनिल सैनी, डॉ. विकास रंजन, डॉ. अतीश वर्मा, डॉ. ललित कुमार, डॉ. आदर्श चौधरी
और डॉ. खेमकरण सोमन उपस्थित उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संगीता किया।