काशीपुर। विधानसभा चुनाव में हार का दर्द कांग्रेसियों में अभी भी छलक रहा है। उनका स्पष्ट कहना है कि टिकट वितरण में चूक कांग्रेस की हार की अहम वजह रही। यदि अभी भी हालात न सुधरे तो आने वाले चुनावों में भी यही हश्र होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। काशीपुर विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण चौहान चाहकर भी भुला नहीं पा रहे हैं। मीडिया से मुखातिब अरुण चौहान ने कहा कि आज पूरी तरह बिखराव की राह पर चलती काशीपुर में कांग्रेस को पिछले कई वर्षों से मजबूत संगठन की दरकार है। संगठन को संचालित करने वाले स्वयं चुनाव लड़ने की जुगत भिड़ाते हैं, जो कि पूरी तरह गलत है। वे पार्टी को मजबूत करने के बजाय स्वयं को मजबूत करने में जुटे रहते हैं, ऐसे में एकता भंग हो जाती है। करीब 35 वर्षों से कांग्रेस से जुड़े अरुण चौहान पार्टी हाईकमान पर भी टिप्पणी करने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि ऐन मौके पर नया केंडिडेट उतारने से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है। हालांकि, चौहान ने कहा कि पैराशूट केंडिडेट उतारना कोई नई बात नहीं है लेकिन साथ ही बोले, इससे नई पीढ़ी को दिक्कत पेश आती है। अरुण चौहान इतना कहकर ही खामोश नहीं हुए। बेबाक बातचीत में उन्होंने कहा कि यदि उत्तराखंड में किसी ने ये ठान लिया हो कि कांग्रेस को हराना ही है, तो फिर कुछ नहीं हो सकता।