



काशीपुर। अखिल ब्राह्मण उत्थान महासभा काशीपुर के तत्वाधान में भगवान परशुराम जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। महानगर अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्रा एडवोकेट, जिला अध्यक्ष उमेश जोशी एडवोकेट तथा महामंत्री आरसी त्रिपाठी ने भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। हवन-पूजन के उपरांत महानगर अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्रा एडवोकेट ने कहा कि परशुराम जी का प्रारंभिक नाम राम था और कालांतर में भगवान शंकर से परसा प्राप्त होने के बाद उनका नाम परशुराम पड़ा। उनका समूचा जीवन अनुपम प्रेरणा से भरा हुआ था। सतयुग और त्रेता के संधि काल में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को महान शिव भक्त महर्षि परशुराम जी का अवतरण हुआ। इनके पिता जमदग्नि व माता रेणुका थीं। भगवान परशुराम दिव्यास्त्रांे के संचालन, योग, वेद, नीति व तंत्र कर्म में निपुण थे। पौराणिक कथाओं के अनुसार केरल कन्याकुमारी व रामेश्वरम जैसे तीर्थों की स्थापना भी भगवान परशुराम ने ही की थी आज हम सब उनके बताए हुए मार्ग पर चल कर आगे बढ़े। जिला अध्यक्ष उमेश जोशी ने कहा कि अक्षय तृतीया को जन्म लेने के कारण उनकी शस्त्र शक्ति भी अक्षय थी उन्हें भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त था। दीपिका गुड़िया ने सभी ब्राह्मण बंधुओं से समाज की सेवा के लिए आगे आने का आह्वान किया। प्रसाद फल व मिठाई वितरित की गई। इस मौके पर सुरेश जोशी, मनोज डोबरियाल, मोहन चंद्र पपने, संजय चतुर्वेदी, वेद प्रकाश विद्यार्थी, गिरीश चंद्र तिवारी, पंकज पंत, भास्कर त्यागी, विमल गुड़िया, विकल्प गुड़िया, गिरीश चंद अधिकारी, चंद्रभूषण डोभाल, तरुन लोहनी, लता तिवारी आदि थे।