सबका साथ-सबका विकास” का नारा बुलंद करने वाली भारतीय जनता पार्टी को उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार स्पष्ट जनादेश मिला है
काशीपुर। “सबका साथ-सबका विकास” का नारा बुलंद करने वाली भारतीय जनता पार्टी को उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार स्पष्ट जनादेश मिला है। समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने का दावा करने वाली भाजपा की खासियत ये रही कि इस चुनाव में उसने तमाम लोगों की नाराजगी व गलतफहमी दूर करने में भी सफलता हासिल की। विशेषकर सिख समाज की नाराजगी दूर करने में भाजपा कामयाब रही। तराई में उठी सिख समाज के व्यक्ति को टिकट देने की मांग को भाजपा ने तरजीह देकर सिख समाज का मान बढ़ाया तो सिख समाज ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्मान करते हुए अपने वोट भाजपा की झोली में डाल दिये। काशीपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक सिंह चीमा की भारी वोटों से हुई जीत इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। अब सिख समाज की निगाह भाजपा के मंत्रिमंडल गठन पर टिकी है। उम्मीद लगाई जा रही है कि भाजपा आलाकमान त्रिलोक सिंह चीमा को अवश्य ही मंत्रिमंडल में शामिल करेगा। इससे कई फायदे होंगे। सिख समाज के व्यक्ति को मंत्री न बनाये जाने से नाराज एक बड़े वर्ग की नाराजगी दूर होगी। साथ ही उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश की सीमा के समीप रहने वाले सिख समाज के परिवारों के साथ संबंध और मजबूत होंगे तथा दोनों ही प्रदेशों के सिख समाज के व्यक्ति स्वयं को गौरवशाली महसूस करेंगे। गौरतलब है कि काशीपुर सीट पर लगातार चार बार जीत का परचम लहराने वाले हरभजन सिंह चीमा को भाजपा सरकार द्वारा मंत्री न बनाये जाने से आहत होने के बावजूद सिख समाज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सम्मान करते हुए भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक सिंह चीमा को रिकॉर्ड वोटों से जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब सिख समाज की पुरजोर मांग है कि सिख समाज के पूरे उत्तराखंड में जीते विधायक त्रिलोक सिंह चीमा को मंत्री बनाया जाए।