वसुन्धरा दीप डेस्क, अल्मोड़ा/रुद्रपुर। हिमालय पुत्र स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की 104वीं जयंती अल्मोड़ा में मनाई गई। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, भाजपा संगठन मंत्री अजेय कुमार, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या व प्रदेशभर से लोग मौजूद रहे। जयंती के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिमालय पुत्र स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की 104वीं जयंती पर उन्हें नमन करते हैं। स्व. श्री बहुगुणा की सोच व विचार को हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। वह सदैव युवाओं के प्रेरणासोत रहे। उत्तराखण्ड को एक अलग पहचान देने को लेकर उन्होंने सदैव कार्य किया। प्रदेश में विकास की सोच पर वह सदैव कार्य करते रहे। सभी को उनके जीवन को अपने हृदय में आत्मसात कर उनके पद चिन्हों पर चलना चाहिए।
वहीं चारधाम यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा हर्षोल्लास के साथ शुरु हो रही है। आज बाबा श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुले हैं। विधिवत पूजा अर्चना के साथ कपाट खोले गए हैं। दूर दूर से श्रृद्धालु बाबा केदार के दर्शन करने आ रहे हैं, जो उत्तराखण्ड के लिए गौरव की बात है। सभी श्रृद्धालुओं की यात्रा सुगम व सरल हो ऐसी बाबा केदार से कामना है। वहीं प्रदेश सरकार द्वारा भी यात्रा हेतु पूर्ण व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या, संगठन मंत्री अजेय कुमार व प्रदेशभर से पहुंचे आगंतुको का आभार जताया। श्री बहुगुणा ने कहा कि यदि स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा को सच्ची श्रृद्धांजलि देनी है तो उनके विचारों को आगे बढ़ाना होगा। हर उत्तराखण्डवासी को जिले व परिक्षेत्र की बात न करते हुए उत्तराखण्ड की बात करनी चाहिए। मुख्यमंत्री रहते हुए स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा का सपना था कि वह पर्वतीय क्षेत्र में विकास को लेकर कार्य करें और पर्वतीय क्षेत्र तक विकास पहुंच पाए। उत्तराखण्ड सदैव खुशहाल रहे ऐसी उनकी कामना रही। उनका कहना था कि विश्व पटल पर उत्तराखण्ड की अलग पहचान हो। जिसको लेकर अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार्य कर रहे हैं।