*आईआईएम काशीपुर FIED ने 10 कृषि केंद्रित स्टार्ट-अप को 1.6 करोड़ की फंडिंग प्रदान की*
*‘एग्री-कंसोर्टियम’ के गठन पर उच्च शिक्षण संस्थानों में बनी सैद्धांतिक सहमति*
*काशीपुर, सितम्बर 26, 2023:* एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, भारत के उच्च शिक्षा संस्थान (एचईआई), एचईआई के नेतृत्व में अपनी तरह का पहला ‘एग्री-कंसोर्टियम’ (कृषि-संघ) बनाने पर सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए हैं। ‘एग्री-कंसोर्टियम’ के गठन का यह विचार आईआईएम काशीपुर द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
आईआईएम काशीपुर के इनक्यूबेशन सेंटर, फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (फीड) द्वारा कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से भारत में कृषि उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक ‘दक्षिण एशिया में कृषि-उद्यमिता’ कंसोर्टियम-2023’ का IIM काशीपुर परिसर में आयोजन किया गया था, के दौरान भाग लेने उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) द्वारा इस संबंध में एक सैद्धांतिक रूपरेखा अपनाई गई।
इस दो दिवसीय ‘एग्री कंसोर्टियम 2023’ का उद्देश्य कृषि उद्योग में शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों और उद्योग के पेशेवरों के लिए प्रौद्योगिकी, अनुसंधान, वित्त पोषण और उद्योग की भागीदारी के लिए एक साझा मंच प्रदान करना था।
कॉन्सोर्टियम के दौरान, उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) और विश्वविद्यालयों के बीच तीन चरणों के साथ एक सैद्धांतिक सहमति बनी, जिसमें: पहला, कॉन्सोर्टियम सदस्यों के बीच स्टार्टअप डेटाबेस को साझा करना; दूसरा, स्टार्टअप सहायता कार्यक्रमों का प्रसारण; और अंत में, प्लेटफार्मों पर नेटवर्किंग और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना।
एग्री-कंसोर्टियम 2023 में देशभर के विश्विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों, जिनमें आईजीकेवी-रायपुर, सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार, आचार्य एन.जी.रंगा कृषि विश्वविद्यालय, आईवीआरआई-बरेली, पूसा कृषि, नई दिल्ली, जीबी पंत विश्वविद्यालय, निफ्टम सोनीपत, वीसीएसजी उत्तराखंड वनस्पति और बागवानी विश्वविद्यालय, भरसर, उत्तराखंड, सीसीएस नियाम जयपुर शामिल रहे, ने कॉन्सोर्टियम पर एक सैद्धांतिक सहमति बनाई।
आईआईएम काशीपुर के निदेशक प्रोफेसर कुलभूषण बलूनी ने ‘दक्षिण एशिया में कृषि उद्यमिता’ कंसोर्टियम 2023 के सफल समापन के लिए सभी को धन्यवाद दिया।
दूसरी और, भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘फीड’ के माध्यम से समर्थित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (रफ़्तार) ने 10 स्टार्टअप कंपनियों को 1 करोड़ 60 लाख रुपये की फंडिंग प्रदान की गयी है। ये कंपनियां ड्रोन प्रौद्योगिकी, एग्रीकल्चर सप्लाई चेन, खाद्य प्रसंस्करण, हाइड्रोपोनिक्स, वेल्थ टू वेलथ और एग्री बायोटेक के क्षेत्र में काम करती हैं।
*आईआईएम काशीपुर के निदेशक प्रोफेसर कुलभूषण बलूनी ने कहा* , “यह एग्री कंसोर्टियम देश के सदस्य उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा समर्थित एग्री-स्टार्टअप पर जानकारी साझा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। इससे विभिन्न राज्यों के स्टार्टअप्स के बीच सहयोग के रास्ते खुलेंगे, जिससे एक-दूसरे को अपने नवोन्मेषी समाधानों को बड़ी संख्या में किसानों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।”
इस मौके पर *आईआईएम काशीपुर ‘फीड’ के निदेशक प्रोफेसर सफल बत्रा* ने कहा कि कॉन्सोर्टियम के माध्यम से, हम स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए नॉलेज पूल तैयार कर रहे हैं ताकि हम कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्टार्टअप्स के विकास में सहायक हो सकें। इसके साथ ही, हम एक और नॉलेज पूल स्थापित कर रहे हैं जिसमें कृषि क्षेत्र में असफल स्टार्टअप्स के बारे में जानकारी दी जाएगी। यह जानकारी नीति निर्माताओं और सरकार के साथ साझा की जाएगी ताकि उनके लाभ के लिए नीतियों का निर्माण किया जा सके।
‘एग्री-कंसोर्टियम 2023’ में देशभर के विश्विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों, जिनमें आईजीकेवी-रायपुर, सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार, आचार्य एन.जी.रंगा कृषि विश्वविद्यालय, आईवीआरआई-बरेली, पूसा कृषि, नई दिल्ली, जीबी पंत विश्वविद्यालय, वीसीएसजी उत्तराखंड वनस्पति और बागवानी विश्वविद्यालय, भरसर, उत्तराखंड, सीसीएस नियाम, जयपुर, एवं IIM काशीपुर शामिल रहे, ने कॉन्सोर्टियम में यह सैद्धांतिक सहमति बनाई है।