जेसीज़ ने मनाया नए आपराधिक क़ानूनों के संबंध में जन-जागरूकता अभियान

खबरे शेयर करे -

जेसीज़ ने मनाया नए आपराधिक क़ानूनों के संबंध में जन-जागरूकता अभियान

आज दिन सोमवार दिनांक १/७/२४ को जेसीज़ पब्लिक स्कूल में एस.पी क्राइम ब्रांच के प्रमुख श्री चंद्रशेखर गोडके जी ने अपनी पूरी टीम के साथ उपस्थित सभी छात्र व छात्राओं को नए आपराधिक कानूनों के संबंध में जानकारियाँ दी। छात्रों ने इस कार्यक्रम के माध्यम से भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (CRPC) के प्रमुख प्रावधानों के बारे में गहराई से जानकारी प्राप्त की। छात्रों ने यहाँ पर विभिन्न न्यायिक प्रक्रियाओं, जैसे गिरफ्तारी, जांच, अनुसंधान और न्यायिक संदर्भ में अपने ज्ञान को मजबूत किया। इस संहिता के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया में सुधार, व्यावसायिकता, और समाज में न्याय की स्थापना में भागीदारी का संदेश भी दिया गया।

इसी श्रृंखला में आगे उन्होंने धारा 1860, 1898, और 1872 के तहत बदलाव की जानकारियाँ भी दीं। श्री चंद्रशेखर गोडके जी ने विस्तार से समझाया कि इन धाराओं में किए गए संशोधन किस प्रकार से समाज को अधिक सुरक्षित और न्यायपूर्ण बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि धारा 1860 के तहत अपराध और दंड के प्रावधानों में किए गए बदलावों की भी जानकारी दी तथा धारा 1898 के तहत पुलिस और न्यायिक प्रक्रियाओं में सुधार, और धारा 1872 के तहत साक्ष्य अधिनियम में संशोधन कैसे प्रभावशाली एवं कारगर हैं और पीड़ितों के अधिकारों की रक्षा की गई हैं।

इस जानकारी से छात्रों को न केवल कानूनी प्रावधानों की बेहतर समझ मिली, बल्कि वे अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति भी अधिक जागरूक हुए। इस सत्र के माध्यम से छात्रों में कानून के प्रति सम्मान और जागरुकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण प्रयास किया गया। उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि IPC में विभिन्न अपराधों की श्रेणियों शामिल हैं जैसे कि हत्या, चोरी, अपहरण, दुर्भाग्यपूर्ण घातकता, धोखाधड़ी, इत्यादि । यह संहिता भारत में कानूनी न्याय

की बुनियाद है और अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए प्राथमिक स्रोत के रूप में उपयोग होती है। IPC के प्रावधानों का पालन करना, समाज के न्याय और सुरक्षा को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

अंत में, उन्होंने बच्चों के मन में चल रही शंकाओं को बहुत अच्छे तरीके से सुलझाया। श्री चंद्रशेखर गोडके जी ने बड़े धैर्य और सरल भाषा में छात्रों के सभी सवालों के उत्तर दिए, जिससे बच्चों की शंकाओं का समाधान हुआ। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया कि वे किसी भी कानूनी समस्या या अपराध संबंधी शंका होने पर “संकलन” एप डाउनलोड करने की और संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने की सलाह दी। उनके इस मित्रवत और ज्ञानवर्धक रवैये से बच्चे बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने कार्यक्रम का पूर्ण लाभ उठाया।

विद्यालय प्रबंधन के महासचिव श्री सुरजीत सिंह ग्रोवर जी ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने की भी आवश्यकता है। साथ ही निर्देशक महोदय ने वि‌द्यालय की ओर से उन्हें स्मृति चिह्न देकर सम्मानित करते हुए उनका आभार प्रकट किया और भविष्य में ऐसा ही जागरूकता अभियान चलाने का आग्रह किया। थानाध्यक्ष ट्रांज़िटकैंप द्वारा लिए गए जनहित में उठाए गए इस कदम की सराहना की।

अंत में, स्कूल के प्रधानाचार्य श्री प्रवेश मेहरा जी ने श्री चंद्रशेखर गोडके जी और उनकी टीम का धन्यवाद किया और इस प्रकार के कार्यक्रमों की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को कानूनी जानकारी देकर उन्हें भविष्य में अधिक सतर्क और सुरक्षित नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया ।


खबरे शेयर करे -