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जिंदगी से जंग हारा गजराज चार दिन से घायल हाथी उपचार के दौरान मौत

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जिंदगी से जंग हारा गजराज
चार दिन से घायल हाथी उपचार के दौरान मौत

दिनेशपुर। आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया गजराज। ट्रेन की टक्कर से गड्ढे में जा गिरा था हाथी। गंभीर चोट लगने के बाद इलाज के लिए आगरा मथुरा से पहुंची पशु चिकित्सक की टीम हाथी की जान नहीं बचाई जा सकी। उसने आज मंगलवार को दम तोड़ दिया।।
चार दिन पहले ट्रेन से टकराकर घायल हुए बेजुबान की कराहों ने देखरेख कर रहे कर्मचारियों को भी स्तब्ध कर दिया था। वन विभाग और डॉक्टरों की स्पेशल टीम लगातार घायल हाथी की सेवा में जुटी थी, दिन-रात इलाज चल रहा था। दवाइयां दी जा रही थी। लेजर थेरेपी हो रही थी फिर भी दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा था। विशेषज्ञों को आशंका है कि उसकी नसों को गंभीर क्षति पहुंची थी
.सोमवार को देहरादून से प्रमुख वन संरक्षक डॉ रंजन मिश्र खुद उसके पास पहुंचे। मथुरा से एसओएस वाइल्डलाइफ के वेटनरी विशेषज्ञ डॉ. ललित भी मदद करने आए थे। दोनों ने टीम को प्रेरित किया कि हाथी के इलाज में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उसकी हर सांस, हर हलचल पर टीम नजर बनाए हुए थे। हाथी की मौत के बाद क्षेत्र के तमाम लोग स्तब्ध हो गए। लोग तरह-तरह के बातें हाथी की मौत के बारे में बोल रहे हैं। हाथी की मौत के बाद पूरे क्षेत्र शोक मे डूबा है।


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