अपने ऊपर विश्वास करें- लक्ष्य सेन
देहरादून। थॉमस कप जीतकर पूरी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाने वाली बैटमिंटन टीम के सदस्य लक्ष्य सेन का आज ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में जोरदार स्वागत किया गया। प्रख्यात शटलर लक्ष्य ने कहा कि ऐसा प्यार व सम्मान आगे बढ़ने तथा बड़ा लक्ष्य हासिल करने की प्रेरणा देता है। ग्राफिक एरा ने लक्ष्य पर प्यार लुटाने के साथ ही उन्हें 11 लाख रुपये सम्मानार्थ भेंट किए तथा हर साल 10 लाख रुपये देने की घोषणा की। लक्ष्य सेन के साथ उनके पिता व कोच डी के सेन, माता निर्मला धीरेंद्र सेन और उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव वी एन मनकोटी को भी सम्मानित किया गया।
महज 21 साल की उम्र में अपने बैडमिंटन के जादू से लोगों के दिलों पर छा चुके लक्ष्य सेन आज देर दोपहर परिवार के सदस्यों के साथ ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने विश्वविद्यालय के बैडमिंटन कोर्ट का उद्धाटन किया और ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला के साथ बैडमिंटन का शो मैच खेला। इसके बाद बीटेक ऑडीटोरियम पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया।
इस समारोह को सम्बोधित करते हुए शटलर लक्ष्य सेन ने कहा कि कभी अपने ऊपर विश्वास करना बंद नहीं करना चाहिए और हमेशा अपने सपनों को पूरा करने के लिए पूरी क्षमता से जुटना चाहिए। लक्ष्य ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मिलकर बहुत अच्छा लगा। इससे उनका जोश और बढ़ गया है। थॉमस कप भारत के लिए एक बहुत बड़ी जीत है, इस मैच के लिए अपने भीतर से ही बहुत प्रेशर था।
लक्ष्य ने अपने लक्ष्य बताते हुए कहा कि कॉमन वैल्थ, वर्ल्ड चैम्पियनशिप और फिर ओलम्पिक। उन्होंने ग्राफिक एरा में मिले सम्मान और प्रेम को और आगे बढ़ने की प्रेरणा देने वाला बताते हुए कहा कि टूर्नामेंट से आकर इस तरह का सम्मान मिलना बहुत सुखद लगता है। इसके लिए उन्होंने ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला और उनकी टीम का आभार व्यक्त किया।
ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने लक्ष्य को सम्मानित करते हुए कहा कि ग्राफिक एरा राज्य की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी है, जहां साढ़े 22 हजार बच्चे पढ़ते हैं। इस नाते हमारा दायित्व है कि राज्य की प्रतिभाओं को सम्मानित करके आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। इससे हमारे छात्र-छात्राओं का मॉरल बढ़ता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के बच्चे बहुत मेहनती, ईमानदार और शारीरिक व मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं। उन्हें सही राह और ट्रेनिंग मिले, तो वे बहुत ज्यादा मैडल ला सकते हैं। ग्राफिक एरा में हम ऐसी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करते हैं।
डॉ. घनशाला ने कहा कि लक्ष्य के पिता व कोच डी के सेन अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं, उन्होंने जो सपना देखा था, उनके बड़े बेटे चिराग सेन ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाकर उस सपने को आगे बढ़ाया और लक्ष्य ने इतनी कम उम्र में उसे पूरा किया। उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि लक्ष्य सेन ओलम्पिक में पदक पाकर विश्व पटल पर चमकेंगे। उन्होंने लक्ष्य को हर साल 10 लाख रूपये सम्मानार्थ भेंट करने की घोषणा करते हुए कहा कि अब वह ग्राफिक एरा परिवार का हिस्सा बन गये हैं। उन्होंने लक्ष्य की माता मंजू सेन के त्याग का उल्लेख करते हुए कहा कहा कि बेटे को आगे बढ़ाने के लिए वे सरकारी नौकरी छोड़कर उनके साथ रहीं।
लक्ष्य सेन के पिता श्री डी के सेन ने कहा कि ग्राफिक एरा में मिला सम्मान और प्यार लक्ष्य को और आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा। अब लक्ष्य उत्तराखंड और देश का गौरव बढ़ाने के लिए दोगुनी ताकत से कार्य करेगा। समारोह में डॉ घनशाला और ग्राफिक एरा मैनेजमेंट बोर्ड की वरिष्ठ पदाधिकारी राखी घनशाला ने लक्ष्य को स्मृति चिह्न और 11 लाख रुपये का चैक भेंट किया । लक्ष्य के पिता डी के सेन, माता निर्मला धीरेंद्र सेन, राज्य बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव वी एस मनकोटी को भी सम्मानित किया गया। संचालन आदित्य अग्निहोत्री ने किया। विश्वविद्यालय परिसर में लक्ष्य सेन को अपने बीच पाकर छात्र-छात्राएं बहुत उत्साहित थे। छात्र छात्राओं ने लक्ष्य के साथ देर तक फोटो खिंचवाये।