पीएम कुसुम योजना घटक ‘ए’ पर आधारित जागरूकता कार्यशाला
काशीपुर। कृषि विज्ञान केंद्र, काशीपुर के केंद्रीय हाल में पीएम कुसुम (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान) के अंतर्गत एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यकम में डा. शिव कुमार शर्मा, प्रध्यापक, मत्स्य, प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र, काशीपुर ने सौर्य ऊर्जा का महत्व उपयोगिता के बारे में आज की युग में सौर ऊर्जा का कृषि में उपयोग विषय में विस्तार से प्रतिभागियों को बताया गया। उक्त के दौरान डा. संतोष पांडा ने बताया कि पीएम कुसुम योजना घटक ए के तहत किसान अपने खेतों में सोलर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन कर उसे ऊर्जा वितरण कंपनी को बेच सकते हैं। इस तरह से उन्हें अतिरिक्त आय प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि पीएम कुसुम घटक एक के तहत बंजर, परती या कृषि भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की योजना है। जिसकी क्षमता 500 किलोवाट से लेकर दो मेगावाट तक हो सकती है। कार्यक्रम में परिचर्चा के उपरान्त किसानो को पीएम किसान योजना के प्रति फीडबैक भी लिया गया। जिसमें कई किसानों द्वारा यह प्रतिक्रिया व्यक्त की गई कि सौर पैनल को लगाने के लिए प्रारंभिक लागत मूल्य बहुत अधिक है। किसानों ने बताया कि क्षमता से काफी अधिक हैं। चर्चा के दौरान यह बात आई की योजना के अंतर्गत सब्सिडी होना अति आवश्यक है।
जागरूकता कार्यक्रम में लगभग 35 काश्तकारों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का संचालन डा. अनिल सैनी, प्राध्यापक, पशु विज्ञान के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डा. प्रतिभा सिंह, डा. अनिल चंद्रा, जीसी जोशी, मनीष बाजपेई, सबा मसूद, धनवीर अरोड़ा के अतिरिक्त प्रगतिशील एफपीओ के अध्यक्ष एवं भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष बलकार सिंह, रणजीत सिंह कुलवंत सिंह, तस्वीर सिंह सैनी, मुख्तार सिंह, विजेंद्र सिंह, प्रमिला, रीता पांडे व रवि कुमार आदि उपस्थित रहे।