लालकुआं। लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत डबल इंजन की सरकार रहते हुए क्षेत्र के ज्वलंतशील मुद्दों का समाधान नहीं होना भाजपा प्रत्याशी मोहन बिष्ट को भारी पड़ता दिख रहा है। इतना ही नहीं दावेदारों के पैनल से हटकर बागी को टिकट देने से खफा अब तक सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी पार्टी को अलविदा भी कह चुके हैं। जिससे भी पार्टी को भारी नुकसान हो रहा है। इधर बिंदुखत्ता राजस्व गांव के मुद्दे पर पहल नहीं होने से खफा बिंदुखत्ता वासी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में दिखाई दे रहे हैं तो वही लालकुआं वासी मालिकाना हक की मांग करते करते थक गए मगर उनकी नहीं सुनी गई जिसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी मोहन बिष्ट को उठाना पड़ सकता है स। वही आईएसबीटी, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में मैच ना होना, शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम पर बनने वाला मिनी स्टेडियम का काम तक शुरू नहीं होना, हल्दुचौड़ में 30 बेड के अस्पताल का काम आज तक अधूरा रहना एवं गौला नदी में घटिया गुणवत्ता के बने तटबंध के चलते ग्रामीणों की कई एकड़ भूमि नदी में समा जाने से ग्रामीण भी खफा है और उसका सीधा सीधा नुकसान डबल इंजन की सरकार के प्रत्याशी को होता दिखाई दे रहा है।दूसरी तरफ हरीश रावत की बात करें तो उनके कार्यकाल के दौरान बिंदुखत्ता को नगर पालिका घोषित किया गया था मगर भाजपा एवं अन्य दलों के लोगों के भारी विरोध के बाद इसे तत्कालीन हरीश रावत सरकार को वापस लेने के चलते बिंदुखत्ता वासी आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है इधर लोगों को उम्मीद थी कि डबल इंजन के सरकार में इन सभी ज्वलनशील मुद्दों का तत्काल समाधान होगा मगर ऐसा नहीं होने से भाजपा को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है।