बीजेपी ने उत्तराखंड में टम्टा को मंत्री बना जातीय संतुलन साधा
दिल्ली। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट जीतने के बाद भाजपा हाईकमान ने उत्तराखण्ड में जातिगत संतुलन का रास्ता अख्तियार करते हुए अनुसूचित जाति के अजय टम्टा को मंत्री बनाया है। हालांकि अजय भट्ट सर्वाधिक मतों से जीते हैं, लेकिन इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल होने का फिलहाल मौका नहीं मिला।
यूं तो उत्तराखंड में पांचों सीटों पर भाजपा जीती, लेकिन फिर भी भाजपा ने जातिगत समीकरण को महत्व देते हुए दलित, ब्राह्मण व ठाकुर के बीच संतुलन बनाया है।
यहां बता दें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ठाकुर,प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ब्राह्मण, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी महिला और ओबीसी समुदाय से हैं, वहीं अब अनुसूचित जाति के अजय टम्टा को मंत्री बना कर पार्टी जातिगत समीकरण को साधने का काम किया है।
अजय टम्टा अल्मोड़ा सीट से तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीते हैं। जिला पंचायत सदस्य से अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत करने वाले अजय टम्टा एक बार सितारा बनकर उभरे हैं। संघ से नजदीकी रखने वाले टम्टा ने काफी कम समय में अपना राजनीतिक कद बढ़ाया। 1997 में जिला पंचायत के सदस्य के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। जिपं चुनाव जीतने के बाद उन्हें जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बनाया गया। वर्ष 1999 में जिला पंचायत अध्यक्ष बने। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन पर दांव खेला और वह सोमेश्वर सीट से विजयी घोषित किए गए। खंडूरी सरकार में वह उद्यान व जेल मंत्री बने। 2012 में उन्होंने फिर सोमेश्वर सीट से फिर विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की। वर्ष 2009 में अल्मोड़ा संसदीय सीट आरक्षित हुई। तब पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। लेकिन वह कांग्रेस के प्रदीप टम्टा से 6950 मतों से चुनाव हार गए।
अजय टम्टा की जन्म तिथि- 16 जुलाई 1972 है। पिता- स्वर्गीय मनोहर लाल टम्टा माता- निर्मला टम्टा पत्नी- सोनल टम्टा पुत्री- सिद्धि 10 वर्ष पुत्र- भव्य 7 वर्ष शिक्षा- स्नातक है।