2 साल पहले फेमस हुआ ब्लॉगर 22 साल के उत्तराखण्ड की पहचान और इतिहास को बता रहा अपनी लोकप्रियता का कारण, जमकर हो रहा ट्रोल

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रजत शर्मा, ऊधमसिंह नगर

पुलिस के कार्यक्रम में ब्लॉगर के बोल, मेरी वजह से उत्तराखण्ड हल्द्वानी और भारत का नाम हो रहा प्रसिद्ध

2 साल पहले प्रसिद्ध हुआ हल्द्वानी का एक ब्लॉगर 22 साल के उत्तराखण्ड की पहचान और इतिहास को अपनी बढ़ती लोकप्रियता से तोल रहा है, जिसके चलते देशभर व उत्तराखण्ड में ब्लॉगर का लोग विरोध कर रहे हैं। स्वयं के द्वारा जारी एक ब्लॉग में उक्त ब्लॉगर सौरव जोशी का कहना है कि उत्तराखण्ड हल्द्वानी का नाम उनकी वीडियो के जरिये प्रसिद्ध हो रहा है, देश का नाम उनके नाम के जरिये प्रसिद्ध हो रहा है जबकि ये ब्लॉगर यह नहीं जानते कि उत्तराखण्ड देश का इतिहास है। देश के प्रमुख चार धाम उत्तराखण्ड में हैं और उत्तराखण्ड को ही देवों की भूमि (देवभूमि) कहा जाता है। ब्लॉगर सौरव जोशी के वीडियो में उत्तराखण्ड की पहचान का जरिया खुद को बताये जाने को लेकर प्रदेशभर के लोगों ने ब्लॉगर सौरव जोशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और लोग सोशल मीडिया पर जमकर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। बता दें इससे पूर्व में भी ब्लॉगर सौरव जोशी चर्चाओं में रहे हैं। कुछ दिन पूर्व ही उनके एक प्रशंसक (फालोअर्स) का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें उनके प्रशंसक का आरोप था कि वह सौरव जोशी से मिलने गए, जिसके बाद उन्हें हवालात पहुंचा दिया गया।

सोशल मीडिया पर लोगों ने ब्लॉगर सौरव जोशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और यह जायज भी है। इतने संघर्षों व आंदोलन के बाद भारत को 27वें राज्य के रुप में उत्तराखण्ड मिला और इन ब्लॉगर महाश्य का दावा है कि उनकी बेवजह की वीडियो के चलते उत्तराखण्ड हल्द्वानी और भारत का नाम प्रसिद्ध हो रहा है। उत्तराखण्ड के इतिहास व जानकारी से अज्ञान यह ब्लॉगर किसी और ही दुनिया में जी रहे हैं। इन्हें यह भी नहीं पता होगा कि उत्तराखण्ड का नाम पूर्व में कब बदला गया और यह किन सीमाओं से जुड़ा है व किस प्रदेश का हिस्सा है।
आपको बता दें उत्तराखण्ड का निर्माण 9 नवम्बर 2000 को कई वर्षों के आन्दोलन के पश्चात भारत गणराज्य के सत्ताईस वें राज्य के रूप में किया गया था। सन 2000 से 2006 तक यह उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था। जनवरी 2007 में स्थानीय लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य का आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखण्ड कर दिया गया। राज्य की सीमाएँ उत्तर में तिब्बत और पूर्व में नेपाल से लगी हैं। पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश इसकी सीमा से लगे राज्य हैं। सन 2000 में अपने गठन से पूर्व यह उत्तर प्रदेश का एक भाग था। पारम्परिक हिन्दू ग्रन्थों और प्राचीन साहित्य में इस क्षेत्र का उल्लेख उत्तराखण्ड के रुप में किया गया है। हिन्दी और संस्कृत में उत्तराखण्ड का अर्थ उत्तरी क्षेत्र या भाग होता है। राज्य में हिन्दू धर्म की पवित्रतम और भारत की सबसे बड़ी नदियों गंगा और यमुना के उद्गम स्थल क्रमशः गंगोत्री और यमुनोत्री तथा इनके तटों पर बसे वैदिक संस्कृति के कई महत्त्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं। इतने वृहद व पौराणिक इतिहास को नजरअंदाज कर ब्लॉगर सौरव जोशी का एक वीडियो उनकी लोकप्रियता को कम कर रहा है और वह जमकर सोशल मीडिया में ट्रोल भी हो रहे हैं।


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