-->

जेसीज में सी.बी.एस.ई. हिंदी कार्यशाला का आयोजन

खबरे शेयर करे -

जेसीज में सी.बी.एस.ई. हिंदी कार्यशाला का आयोजन

जेसीज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून द्वारा संचालित शिक्षा उत्कृष्टता केन्द्र द्वारा हिंदी कोर्स-बी पर “शिक्षण में नवाचार” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। शिक्षा उत्कृष्टता केन्द्र देहरादून द्वारा नियुक्त संसाधन विशेषज्ञ (रिसोर्स पर्सन) डॉ. मदन सिंह रावत, प्रधानाचार्य, मॉडर्न ऐरा पब्लिक स्कूल मण्डावर, बिजनौर (उत्तर प्रदेश) एवं श्रीमती आशा बाजपेई, हिंदी विभागाध्यक्ष, स्टोन रिज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर थे। कार्यक्रम के आरंभ में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री आर.डी. शर्मा ने विशेषज्ञों का स्वागत किया तथा उनका परिचय दिया। प्रधानाचार्य ने हिंदी के महत्त्व पर विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जो सहज, सरल एवं सभी को आसानी से समझ में आ जाती है। इसकी वर्तनी एवं शब्दकोष भावों के अनुकूल होते हैं। इस कार्यशाला में कक्षा प्रबंधन, पाठ योजना, मूल्यांकन का सही तरीका एवं शिक्षण में नवाचार जैसे हिंदी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। डॉ रावत द्वारा शिक्षण गतिविधियों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं का निदान किया गया तथा उनके प्रश्नों के उत्तर दिए गए। संसाधन विशेषज्ञ श्रीमती आशा बाजपेई ने लेखन गतिविधियों पर विभिन्न सावधानियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी त्रुटियों से विद्यार्थियों के परीक्षा अंकों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

कार्यशाला में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नई दिल्ली से सम्बद्ध ऊधमसिंहनगर जिले के विभिन्न विद्यालयों से आए अध्यापक-अध्यापिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसमें जेसीज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर, दिल्ली पब्लिक स्कूल रुद्रपुर, ऑक्सफोर्ड स्कूल, कोलम्बस पब्लिक स्कूल, गुरुनानक पब्लिक स्कूल, न्यू ऐरा पब्लिक स्कूल, पुलिस मॉडर्न पब्लिक स्कूल, जी.आर.डी. इंटरनेशनल स्कूल, माउंट सेंट मेरी स्कूल लालपुर, आर.ए.एन. पब्लिक स्कूल, अमेनिटी पब्लिक स्कूल, सेंटला मार्ट स्कूल जवाहर नगर रुद्रपुर स्कूल प्रमुख हैं।

कार्यशाला का समापन विद्यालय के निदेशक श्री सुधांशु पंत ने तथा श्रीमती कनक मदान ने धन्यवाद ज्ञापित कर सभी का आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री आर.डी. शर्मा ने संसाधन विशेषज्ञों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला शिक्षक एवं विद्यार्थियों दोनों के ही कौशल विकास के लिए अति उपयोगी हैं।


खबरे शेयर करे -