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जेसीज में बैंड पेरेंट्स डे पर “लम्हें खुशियों के ” पर आधारित रंगारंग कार्यक्रम

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जेसीज में बैंड पेरेंट्स डे पर “लम्हें खुशियों के ” पर आधारित रंगारंग कार्यक्रम

जेसीज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर में विरासत सीजन सात’ का आयोजन धूमधाम से किया गया। यह कार्यक्रम “लम्हें खुशियों के” विषय पर आधारित था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना तथा परंपराओं व संस्कृति को सहेजकर रखने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि डॉ राजीव सिंह (प्रोफेसर एंड हेड- राजकीय मेडिकल कॉलेज सुशीला तिवारी हॉस्पिटल) श्री तरनजीत सिंह (सी.ई.ओ. इन्वोकेशन) सामाजिक कार्यकर्ता, श्री सुरेश परिहार तथा श्री राकेश बिष्ट (प्रभारी सी पी यू पुलिस विभाग) ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने समस्त अतिथियों अभिभावकों तथा आगंतुकों का स्वागत किया और कहा कि आप सभी के सहयोग और विश्वास से विद्यालय उन्नति के आयाम स्थापित कर रहा है।

श्रीमती दीपा विज ने समस्त सामानित अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य एक रुपरेखा के विषय में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि जेसीज का उद्देश्य शिक्षा को नई ऊंचाइयों की तक ले जाना और विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का सर्वागीण करना है।

विद्यालय द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। जिंदगी का सफर नाटक में बच्चों के साथ परिवार की खुशियों को बहुत खूबसूरती से दर्शाया। शबरी के राम’ नामक भावपूर्ण नृत्य नाटिका में शबरी की अटूट भक्तिभाव को प्रदर्शित किया। सुरसरिता कार्यक्रम में बर्चा और ग्रांड पेरेंट्स ने अंत्याक्षरी में मधुर गीतों से समां बांध दिया। “जश्न ए सूफी नृत्य की प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शकों को

मंत्रमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन नववर्ष के स्वागत नृत्य से किया गया।

विशिष्ट अतिथि श्री तरनजीत सिंह ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार के वरिष्ठ सदस्य जो संस्कार देते हैं वे पीढ़ी दर पीढ़ी आगे जाते हैं। स्कूल में सिखाया अनुशासन आप से भविष्य को संवारने में सहायता करता है।

विशिष्ट अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता श्री सुरेश परिहार जी ने कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि बचपन कच्ची मिट्टी की तरह हैं उनमें जो संस्कार दिए जाते हैं वे जीवन भर साथ रहते हैं। बच्चों को अच्छे संस्कार प्रदान करना बहुत आवश्यक है।

विद्यालय के महासचिव श्री सुरजीत सिंह ग्रोवर ने कहा कि पश्चिमी सभ्यता और उपभोगवाद के प्रभाव के

कारण बुजुर्ग उपेक्षित महसूस करने लगे थे लेकिन आज समाज के लोग समझ गए हैं कि यदि परिवार को

जोड़कर रखना है तो बुजुर्गो की उपस्थिति बहुत जरूरी है। उनके आशीर्वाद से हम उन्नति के शिखर पर पहुंच

सकतें हैं। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए तथा कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सैंड पेरेंट्स एवं अभिभावकों को सम्मानित किया गया। अंत में निदेशक श्री सुधांशु पंत ने सभी अतिथियों, अभिभावकों एवं आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य श्री बच्चन सिंह, श्री इंद्रजीत अरोरा, श्री जुगल किशोर जी ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई ।


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