रामनगर। कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद से विरोध शुरु हो गया है। वहीं रामनगर विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को टिकट दिये जाने के बाद से घमासान शुरु हो गया है। बीते 5 वर्ष से मेहनत कर रहे रंजीत रावत व उनके समर्थक में खासी नाराजगी देखी जा रही है, जो कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। जिसको लेकर रंजीत रावत जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है। अब यह देखने वाली बात होगी कि रंजीत रावत शीर्ष नेतृत्व की बात मानकर सल्ट जाते हैं या विरोध की राजनीति करते हैं।
वहीं अल्मोड़ा के सल्ट में भी कांग्रेस में बगावत देखी जा रही है। ब्लॉक प्रमुख विक्रम रावत ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार विक्रम 27 जनवरी को अपना नामांकन कराएंगे। बता दें विक्रम रावत कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत के बेटे हैं। सूत्रों की माने तो रंजीत रावत अपने पुत्र ब्लॉक प्रमुख विक्रम रावत को सल्ट से टिकट दिलवाना चाहते थे और खुद रामनगर से टिकट चाह रहे थे, अब देखना होगा कि रामनगर कांग्रेस में बगावत होगी या एकजुट होकर कांग्रेस लड़ाई लड़ेगी। खैर जल्द ही यह पता लग जायेगा कि कांग्रेस का ये सिपाही किस ओर करवट लेगा।