DM उदयराज सिंह ने 10 सितम्बर, 2024 को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की कलेक्टेªट सभागार में बैठक ली
रूद्रपुर। जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने 10 सितम्बर, 2024 को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की कलेक्टेªट सभागार में बैठक ली। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सरकारी, सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों, तकनीकी संस्था, मदरसों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में शतप्रतिशत बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाय, उन्होंने निर्देश दिये कि एक भी बच्चा दवाई खाने से छूटे ना। उन्होंने निर्देश दिये कि महाविद्यालयों, तकनीकि शिक्षण संस्थानों के साथ ही पैरामेडिकल कॉलेजों में भी 19 वर्ष तक की आयु वर्ग के विद्यार्थियों को चिन्हित करते हुए दवाई खिलाई जाये। उन्होंने स्कूल न जाने वाले सभी बालक, बालिकाओं, श्रमिक के बच्चों एवं घुमन्तू बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से कृमि नाशक दवा एल्बेंण्डाजॉल खिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कृमि मुक्ति दिवस पर दवाई खाने से वंचित बच्चों को 18 व 19 सितम्बर को मॉप-अप दिवसो पर दवाई खिलाई जाय। उन्होने ग्राम प्रधानो अन्य जनप्रतिनिधियों, अधिशासी अधिकारी, उप जिलाधिकारियों से सहयोग हेतु पत्राचार करने व वैनर, पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी करने के निर्देश दिये। उन्होने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी स्कूलों, कॉलेजों, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दवाई समय से पहुॅचाई जाय। उन्होंने सभी विद्यालयों, मदरसों के शिक्षकों, आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकत्रियों को दवाई खिलाने के तरीके एवं प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिये।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 राजेश आर्य ने बताया कि जनपद में 01 से 19 वर्ष तक के 623263 बच्चों को दवाई खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि जनपद स्तरीय इमर्जेन्सी रेस्पोंस टीम में डिस्ट्रिक्ट नोडल ऑफिसर डॉ.हरेन्द्र मलिक, डॉ0 एसपी सिंह व डॉ0 राजेश आर्या को रखा गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 8 ब्लॉक स्तरीय इमर्जेन्सी रेस्पोन्स टीमे भी बनाई गई हैं।
डॉ0 आर्य ने बताया कि 1 से 2 साल तक बच्चों को आधी टेबलेट चम्मच में घोलकर तथा 03 साल तक के बच्चों को पूरी टेबलेट पानी में घोलकर पिलाई जायेंगी। उन्होंने बताया कि 3 से 19 वर्ष से बच्चों को पूरी गोली चबा-चबा कर खिलाई जायेगी। उन्होंने बताया कि 01 से 19 साल के सभी बच्चों (लड़कों एवं लड़कियों) को ऑत के कृमि संक्रमण का खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि कृमि मनुष्य की आन्त में रहकर, मानव शरीर ऊतकों से जरूरी पोषक तत्वों को खाते हैं, जिससे बच्चों में कुपोषण एवं खून की कमी होने लगती है तथा बच्चों की कार्य क्षमता घटने लगती है। उन्होंने बताया कि तीव्र संक्रमण के कारण बच्चे थके हुए एवं अकसर बीमार रहने लगते हैं।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनोज शर्मा, एसीएमओ डॉ0 एसपी सिंह, डॉ0 राजेश आर्य, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्ध, अध्यक्ष प्राइवेट स्कूल एसो0 एनएस धारीवाल, अध्यक्ष यूके बोर्ड रामप्रकाश गुप्ता, सीडीपीओ आशा नेगी, हेमा काण्डपाल, मनोज सिंह, हिमांशु मशूनी, चॉद मियां, पंकज गुसाई, जावेद अहमद, मनोज सिंह सहित जनपद के एमओआईसी एवं सम्बन्धित विभाग के अधिकारी वर्चुअल के माध्यम से जुडे़ थे।