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श में सबसे पहले समान नागरिक संहिता कानून उत्तराखंड में लागू करने पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर बधाई दी एवं धन्यवाद पत्र सौपा।

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देहरादून/किच्छा:- देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता कानून उत्तराखंड में लागू करने पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर बधाई दी एवं धन्यवाद पत्र सौपा।
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी ने राजनीति की दशा और दिशा बदलने का काम किया है। कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी के द्वारा लिए गए पांच फसलों ने पूरे देश में उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने का कार्य किया है जिनमें समान नागरिक संहिता कानून, धर्मांतरण के खिलाफ कानून, लैंड जिहाद के खिलाफ एक्शन, नकल विरोधी कानून, पारदर्शिता से युवाओं को सरकारी नौकरी जैसे अहम फैसलों ने प्रदेश का मान बढ़ाया है।
कहा कि समान नागरिक संहिता दरअसल एक देश एक कानून की विचारधार पर आधारित है। यूसीसी के अंतर्गत देश के सभी धर्मों और समुदायों के लिए एक ही कानून लागू किए जाना है। समान नागरिक संहिता यानि यूनिफॉर्म सिविल कोड में संपत्ति के अधिग्रहण और संचालन, विवाह, तलाक और गोद लेना आदि को लेकर सभी के लिए एकसमान कानून बनाया जाना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी की सरकार बनने के बाद कई मोर्चों पर उत्तराखंड सरकार के तेवर बदले दिखाई दिए। कानून व्यवस्था से लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान तक में प्रशासनिक स्तर पर तेजी लाने की कोशिश की गई। सड़कों को दुरुस्त करने, भूमाफियाओ और अपराधियों पर कार्रवाई तेज करने, सांप्रदायिक मामलों खासतौर पर जबरन धर्मांतरण से जुड़े मामलों पर त्वरित एक्शन लेने जैसे फैसले लेने में धामी सरकार अपनी पूर्ववर्ती सरकारों से अलग है।


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