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बाजपुर में किसानों ने पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी।

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बाजपुर में किसानों ने पत्रकारों पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी।

 

बाजपुर=विदेश से एक वेबसाइट को फंडिंग देने के आरोप में किए गए मुकदमे से आक्रोशित होकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर लोगों ने एफआईआर की प्रतियां जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जहां लोगों ने सरकार पर मीडिया की स्वतंत्रता को छीनने का आरोप लगाया। बता दें कि बाजपुर के तहसील परिसर में चल रहे भूमि बचाओ आंदोलन स्थल पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में लोग एकत्र हुए। जहां लोगों ने केंद्र सरकार के इशारे पर एक वेबसाइट पर विदेश से फंडिंग होने के आरोप में किए गए मुकदमे पर आक्रोश व्यक्त किया। इसी के चलते किसान नेता जगतार सिंह बाजवा के नेतृत्व में लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वेबसाइट पर हुए मुकदमे की प्रतियां जलाई। इस दौरान किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि केंद्र सरकार मीडिया की स्वतंत्रता को छीनना चाहती है और जो आरोप वेबसाइट पर लगाए गए हैं वह पूरी तरह निराधार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग निष्पक्ष होकर सरकार के खिलाफ अपनी खबरें लिखते हैं उन्हें सरकार दबाने की कोशिश कर रही है। जगतार सिंह बाजवा ने यह भी कहा कि इस एफआईआर के माध्यम से सरकार किसान आंदोलन को भी बदनाम करने की कोशिश कर रही है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही किसान नेता बल्ली सिंह चीमा ने कहा कि जिन पत्रकारों के द्वारा किसान आंदोलन में ग्राउंड जीरो से अपनी खबरों को दिखाया है उन पर सरकार दबाव बनाने का प्रयास कर रही है और किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है उन्होंने कहा कि वेबसाइट के मालिकों पर कार्यवाही ना करके सरकार ने वेबसाइट से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों को हिरासत में लेकर उनके साथ कई घंटे तक पूछताछ की है। साथी उन्होंने यह भी कहा कि जो मुकदमे आतंकवादियों पर लगाए जाते हैं वह मुकदमे पत्रकारों पर लगाए जाने का प्रयास किया जा रहा हैं। जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


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