





उत्तरांचल पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राज्यपाल ने 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप में राष्ट्रीय दिवस घोषित करने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया
काशीपुर। वर्ष 1947 में बँटवारे के समय हिन्दू व हिंदुस्तानी रहने के लिये क़ुर्बानी देने वाले बुजुर्गों को श्रद्धांजलि देने हेतु व तीन कपड़ों में सब कुछ लुटाकर और छोड़कर आये बुजुर्गों के त्याग व बलिदान की गाथाओं को युगों-युगों तक पहुंचाने के लिये समाज की माँग को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 75 वर्षों बाद 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप में राष्ट्रीय दिवस घोषित कर देश द्वारा सम्मान दिया गया जिसके लिये उन बुजुर्गो के वारिस प्रधानमंत्री मोदी के बहुत आभारी हैं। उत्तरांचल पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव घई ने अवगत कराया कि प्रदेश भर की समस्त इकाइयां इस दिवस पर अपने बुजुर्गों को श्रद्धांजलि देने व बँटवारे से पूर्व जन्में बुजुर्गों को सम्मान देते हुए अपनी आप बीती को आज की पीढ़ी के सामने रखेगी। इस समारोह को “एक दिवा अपने बुजुर्ग की क़ुर्बानियों के नाम“ से प्रचारित किया गया है। साथ ही इस दिवस पर सभी इकाइयां प्रधानमंत्री मोदी का आभार प्रकट करते हुए उनकी दीर्घायु की प्रार्थना भी करेंगी।
उत्तरांचल पंजाबी महासभा के काशीपुर जिला अध्यक्ष प्रवीण सेठी ने अवगत बताया कि 14 अगस्त को काशीपुर स्थित गुरूद्वारा श्री ननकाना साहिब में बँटवारें में शहीद हुए बुजुर्गों की आत्मा शांति की अरदास की जायेगी। साथ ही बँटवारे से पूर्व अखंड भारत में जन्में बुजुर्गों का सम्मान करते हुए उनकी आप बीती नई पीढ़ी को सुनायेंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी जी का आभार व्यक्त करते हुए उनकी दीर्घायु के लिये अरदास भी की जायेगी। कार्यक्रम की तैयारी हेतु एक बैठक गुरूद्वारा श्री ननकाना साहिब में हुई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष राजीव घई, जिलाध्यक्ष प्रवीण सेठी, प्रदेश कोषाध्यक्ष राजीव परनामी, संरक्षक जसपाल चड्ढा, मनीष सपरा, सतपाल सिंह, जगमोहन सिंह बंटी आदि उपस्थित रहे।

