शिवालिक होली माउंट एकेडमी के नजदीक क्षतिग्रस्त सड़क ने बारिश में बढ़ाई परेशानी

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शिवालिक होली माउंट एकेडमी के नजदीक क्षतिग्रस्त सड़क ने बारिश में बढ़ाई परेशानी

 

काशीपुर। नीझड़ा स्थित शिवालिक होली माउण्ट एकेडमी में तुलाराम चौधरी जी के घर से लेकर विद्यालय तक 500 मीटर सड़क का निर्माण तथा नाला व पुलिया बनाकर पानी की निकासी हेतु केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री तथा सांसद अजय भट्ट समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं और संबंधित विभाग के अधिकारियों को लिखित रूप से अवगत कराये जाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका है। आलम ये है कि बरसात के मौसम में पानी से लबालब क्षतिग्रस्त सड़क भारी परेशानी का सबब बन गई है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है। शिवालिक होली माउण्ट एकेडमी के प्रबंध निदेशक बसंत बल्लभ भट्ट ने बताया कि विगत कई वर्षों से उक्त सड़क के निर्माण हेतु कई बार आवेदन कर चुके हैं। 08 जुलाई 2017 को तत्कालीन प्रभारी मंत्री स्व. प्रकाश पंत द्वारा जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर को जिला योजना में प्रस्तावित करने के लिए आदेश दिया गया था। जिसे विकास अधिकारी द्वारा लोक निर्माण विभाग के प्रस्ताव में शामिल कर इसका 108 लाख का प्रस्ताव पास करवा दिया गया, परन्तु अधिकारियों द्वारा इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी।बताया कि पूर्व में हमारे विद्यालय में राज्य सरकार व भारत सरकार द्वारा संचालित कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके हैं, जिसमें 10 दिन की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की आईटीसी, सीबीएसई द्वारा संचालित कार्यक्रमों का आयोजन, जनवरी माह में प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित परीक्षा पे चर्चा, उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग तथा उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा द्वारा संचालित की जा रही परीक्षाएं भी आयोजित होती रहती हैं। अभी हाल 9 जुलाई को ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा विद्यालय में आयोजित की गयी थी, जिसमें परीक्षार्थियों को विद्यालय पहुँचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। श्री भट्ट ने कहा कि हमारा विद्यालय इस प्रकार के कार्यक्रमों के लिए सदैव तत्पर रहता है। अतिवृष्टि के कारण इस सड़क की स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब हो गयी है। विद्यार्थियों के साथ-साथ राहगीरों का भी चलना मुश्किल हो गया है। अत्यधिक जलभराव के कारण एक व्यक्ति गिरने के कारण गंभीर घायल हो गया। दिन प्रतिदिन सड़क की स्थिति बिगडती जा रही है। गहरे गहरे गढ़ बन गये है। कार्यवाही न हुई तो उक्त सडक एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि यदि पूर्ण सड़क का निर्माण संभव न हो तो कम से कम 200 मीटर सड़क का निर्माण दैवीय आपदा कोष से करवाने का आग्रह किया गया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। यही कारण है कि बरसात में दुश्वारियां बढ़ती ही जा रही हैं।


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