



*उत्तराखंड मूकबधिर विकलांग कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन*
काशीपुर। उत्तराखंड मूकबधिर विकलांग कल्याण समिति वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों की पेंशन रोके जाने से बुरी तरह खफा हैं। समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. एमए राहुल के नेतृत्व में समिति के पदाधिकारी व सदस्य बुधवार दोपहर तहसील परिसर में एकत्रित हुए और नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। ज्ञापन में वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों को पेंशन समय पर दिए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की गई है। समिति अध्यक्ष ने कहा कि जिले में जबसे जिला समाज कल्याण अधिकारी आए हैं तबसे वृद्धावस्था एवं दिव्यांग पेंशन पात्रों तक नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने वृद्धावस्था एवं दिव्यांग पेंशन का सरलीकरण किए जाने की भी गुहार लगाई। ज्ञापन के माध्यम से कहा कि 60 वर्ष की आयु होने पर महिला-पुरुष वृद्ध जाते हैं और जवान होने के बाद बच्चे माता-पिता का ध्यान नहीं रखते, जिसके चलते उनका खर्च तक नहीं निकल पाता। सरकार ने महिला-पुरुष के लिए वृद्धावस्था पेंशन योजना लागू की है परंतु जब वृद्धावस्था पेंशन बनवाने के लिए आवेदन किया जाता है तो पेंशन का फार्म निरस्त हो जाता है। क्योंकि तहसील में लेखपाल द्वारा वृद्धावस्था में आय प्रमाण पत्र मांगा जाता है जिसे वृद्ध पुरुष या महिला लगाने में असमर्थ रहते हैं। इसके चलते वृद्धा पेंशन बांधने में लोगों को दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जबसे जिला समाज कल्याण अधिकारी ने जिले का चार्ज संभाला है तबसे दिव्यांगों को पेंशन हेतु सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। समस्या का समाधान न होने की दशा में समिति ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने की चेतावनी देते हुए कहा कि बालिग पुत्र वाला शासनादेश भी निरस्त किया जाये। साथ ही मांग दोहराई कि मूकबधिरों का अलग विभाग बनाया जाये। इस दौरान जिलाध्यक्ष रामबाबू, प्रदेश सचिव जाकिर हुसैन, नरगिस, प्रभा, मुन्नू सिंह, आसिफ, कादिर, राशिद , मोहित, रोहित, सुलेमान अब्दुल रशीद, शिशुपाल, याकूब, सुषमा आदि थे।