



काशीपुर। राजस्थान के दोसा जिले के लालसोट शहर में तीसरी डिलीवरी के उपरांत अत्यधिक रक्तस्राव के चलते डॉक्टर के काफी प्रयास करने के बावजूद मरीज की मृत्यु हो जाने पर उनके परिवार के लोग पोस्टमार्टम कराए बिना शव को घर ले गए। बाद में कुछ राजनैतिक लोगो के बहकावे में आकर शव को पुनः डॉक्टर को ब्लैकमेल करने के लिए उनके अस्पताल के बाहर लाकर हंगामा करने लगे। मानसिक रूप से परेशान करते हुए पुलिस पर दवाब डालकर डॉक्टर अर्चना शर्मा पर धारा 302 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया। इससे डॉक्टर अर्चना शर्मा अत्यधिक मानसिक वेदना के कारण आत्महत्या के लिए मजबूर हो गईं। इस घटना से क्षुब्ध इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की काशीपुर इकाई ने शनिवार को राष्ट्रीय स्तर पर हुई श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लेकर एकजुटता के साथ सरकार से गुहार लगाई कि जल्द से जल्द पुलिस अधिकारी एवं नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस दौरान डा. भारत भूषण, डा. अरविंद शर्मा,
डा. इला मेहरोत्रा, डा. नरेश मेहरोत्रा, डा. नम्रता अग्रवाल, डा. जेएस नरूला, डा. बीएम गोयल,डा. वीना जोशी, डा. डीके अग्रवाल, डा. केके अग्रवाल, डा. कनिका अग्रवाल,
डा. अभिषेक सर्राफ, डा. नेहा उप्रेती, डा. संतोष उप्रेती, डा. तरुण सोलंकी, डा. रजत गुप्ता, डा. शिखा गुप्ता, डा. असीम मेहरोत्रा, डा. सोनल मेहरोत्रा,
डा. नक्षत्र अग्रवाल, डा. त्रिभुवन अग्रवाल, डा. रवि सिंघल, डा. गुरप्रीत नरूला आदि थे।