रुद्रपुर। विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर रुद्रपुर राइजिंग फाउंडेशन ने राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामनगर में कार्यशाला का आयोजन कर बालिकाओं में मासिक धर्म को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर किया।कार्यशाला में प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंशु चौहान ने मासिक धर्म सम्बन्धी स्वास्थ्य व स्वच्छता को जरूरी बताते हुए कहा कि इससे यौन रोग, इंफेक्शन जैसी शारीरिक समस्याओं से बचने को मदद मिलती है।
डॉक्टर चौहान ने कहा कि मासिक धर्म भारत और दुनिया भर में एक बड़ा वर्जित विषय है. इसके कारण अनेक सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें लैंगिक असमानता, भेदभावपूर्ण सामाजिक मानदंड, सांस्कृतिक वर्जनाओं के साथ-साथ लोगों के सामने स्वच्छ शौचालय और सैनिटरी उत्पाद आदि सुविधाओं का अभाव शामिल है।ये सभी बेहतर मासिक धर्म स्वच्छता बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।भारत में कई युवा लड़कियों को मासिक धर्म शुरू होने के बाद स्कूल छोड़ने के लिए मज़बूर होना पड़ता है,इससे उनका सामाजिक जीवन भी प्रभावित होता है और उनमें अतिरिक्त तनाव और चिंता का कारण बनता है।
उंन्होने कहा कि मासिक धर्म संबंधी स्वास्थ्य और स्वच्छता बेहद ज़रूरी है और ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि इससे कई तरह की शारीरिक समस्याओं से बचने में मदद मिलती है, जैसे इंफेक्शन, यौन रोग आदि. पीरियड्स में हाइजीन का ध्यान रखकर प्रजनन स्वास्थ्य को मजबूत बना सकते हैं।
ब्लॉक प्रमुख ममता जल्होत्रा ने कहा कि स्वच्छता बनाए रखने और रैशेज की रोकथाम के लिए हर चार घंटे में सैनिटरी पैड बदलें,भले ही रक्त प्रवाह बहुत अधिक न हो, लेकिन एक सैनिटरी पैड का उपयोग किसी भी स्थिति में आठ घंटे से अधिक नहीं करना चाहिए।
वही राइजिंग फाउंडेशन की अध्यक्ष चन्द्रकला राय ने बताया कि संस्था ग्रामीण क्षेत्रो और सरकारी स्कूलों में अभियान चलाकर बालिकाओं को मासिक धर्म के प्रति जागरूक करती है और निशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित करती है। इस अवसर पर मीनू जोशी, सुमन मिश्रा, नीलम कांडपाल, रुनु शर्मा, सुमन तिवारी, मनप्रीत कौर, पिंकी तिवारी, मैरी थापा आदि मौजूद थे।