रुद्रपुर। भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्रसेन कोली को षिकायत पर पुलिस कोतवाली लेकर आई थी, जिसके बाद राजनीतिक दवाब के चलते लोगों से समझौते के बाद पुलिस ने चन्द्रसेन कोली को छोड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा अनुसूचित मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्रसेन कोली एक पार्टनर के साथ चिट फंड कंपनी चलाते थे। जहां लोगों का आरोप है कि उनके द्वारा धोखाधड़ी की जा रही है और लंबे समय से दो दर्जन से अधिक लोगों का पैसा वापिस नहीं लौटाया जा रहा है। षिकायत पर पुलिस चंद्रसेन कोली को कोतवाली लेकर आई। सूचना मिलने पर मेयर रामपाल, पूर्व जिलाध्यक्ष उत्तम दत्ता समेत कई भाजपा नेता मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद आपसी समझौते के बाद चंद्रसेन कोली को छोड़ा गया। वहीं अब आपस में बैठकर मामले को निपटाने की कवायत तेज हो गई। वहीं कोतवाल विक्रम राठौर का कहना है कि मामला लेनदेन का है। पीड़ित पक्ष द्वारा षिकायत की गई थी, जिसपर पुलिस चन्द्रसेन कोली को कोतवाली लेकर आई थी। जहां पीड़ित पक्ष व चन्द्रसेन कोली के बीच समझौते की बात हो गई। यदि समझौता न होने व पैसा न लौटाने की षिकायत मिलती है तो उस पर उचित कार्यवाही की जायेगी।