




रुद्रपुर के साहिल सिंह ने राजदूत के रूप में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेकर उत्तराखंड का मान बढ़ाया


अफ्रीका में कुपोषण से निपटने को लेकर हुई हुआ था सम्मेलन
आईआईएमएसएएम के नामित प्रतिनिधि के रूप में साहिल सिंह ने अफ्रीका के इथोपिया में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेकर रुद्रपुर का नाम उत्तराखंड में नहीं देश में रोशन किया है साहिल रूद्रपुर के ग्रीन पार्क के रहने वाले है इस सम्मलेन में अफ्रीका के कई नामचीन लोगों ने हिस्सा लिया था
साहिल के अनुसार आईआईएमएसएएम के
सेक्रेटरी-जनरल रेमिज़ियो मराडोना के निर्देशानुसार,उन्हें राजदूत के रूप में संगठन के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने हेतु औपचारिक रूप से नियुक्त किया गया था यह प्रतिनिधिमंडल 5 से 10 सितंबर 2025 तक अदीस अबाबा, इथियोपिया में आयोजित द्वितीय अफ़्रीकन यूनियन क्लाईमेट समिट (ACS2) में सम्मिलित हुआ था
आईआईएमएसएएम के नामित प्रतिनिधि के रूप में, राजदूत साहिल ने अंतरराष्ट्रीय जलवायु कूटनीति के व्यापक ढांचे में संगठन के रणनीतिक उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण नेतृत्व भूमिका निभाई और सम्मलेन में कुपोषण से निपटने को व्याख्यान दिया सम्मलेन में उनकी भागीदारी ने यह दर्शाया कि आईआईएमएसएएम वैश्विक और क्षेत्रीय हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर सतत विकास समाधान को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है—विशेष रूप से वे समाधान जो कुपोषण, खाद्य असुरक्षा और पर्यावरणीय लचीलापन को Spirulina और संबंधित सूक्ष्म-शैवाल आधारित पहलों के माध्यम से संबोधित करते हैं
ACS2 शिखर सम्मेलन संवाद के लिए एक महत्त्वपूर्ण मंच सिद्ध हुआ, जिसमें अफ्रीकी राष्ट्राध्यक्षों एवं सरकार प्रमुखों, मंत्रियों, संयुक्त राष्ट्र निकायों के वरिष्ठ अधिकारियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और नागरिक समाज के नेताओं ने भाग लिया
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य अफ्रीकी महाद्वीप के सामने उपस्थित तात्कालिक जलवायु-संबंधी चुनौतियों पर सामूहिक कार्रवाई और नीतिगत सामंजस्य को बढ़ावा देना था
उच्च-स्तरीय चर्चाओं और कार्य सत्रों में राजदूत साहिल सिंह की सक्रिय भागीदारी ने वैश्विक जलवायु एजेंडा में आईआईएमएसएएम के विशिष्ट योगदान को रेखांकित किया और अफ्रीकी देशों के साथ मिलकर हरित एवं खाद्य-सुरक्षित भविष्य की दिशा में संगठन के सहयोगात्मक प्रयासों को और सशक्त किया है साहिल का कहना है की उनका उद्देश्य आईआईएमएसएएम को लेकर भारत में भी कुपोषित लोगों के लिए काम करना है

