जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रामनगर विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा की है तब से सभी हैरान हैं। जबकि कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत पिछले पांच साल से रामनगर में रहकर लगातार मेहनत करते आए हैं। माना जा रहा था कि रणजीत रावत को ही कांग्रेस अपना उम्मीदवार घोषित करेगी लेकिन हरीश रावत ने रामनगर से चुनाव लड़ने की घोषणा करके सभी को चौका दिया। वेसे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए रामनगर सीट में जीत दर्ज करना आसान नही होगा क्योंकि रणजीत रावत रामनगर से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। जिसका नुकसान सीधे सीधे हरीश रावत को होगा।
हरीश रावत को रामनगर से चुनाव लड़ने का न्योता कांग्रेसी नेता व पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी व उनकी टीम ने दिया था। संजय नेगी को हरीश रावत का बेहद करीबी माना जाता है। संजय नेगी युवाओ के बीच बहुत लोकप्रिय है और उनको रामनगर के युवा अपना यूथ आइकॉन भी मानते हैं,संजय नेगी के पास ग्राम प्रधानों व क्षेत्र पंचायत सदस्य का भी समर्थन है। जिसका सीधा सीधा फायदा हरीश रावत को होगा। हरीश रावत रामनगर में चुनाव लड़ते हैं तो संजय नेगी की भूमिका अहम रहेगी। कहा जाए तो संजय नेगी आगामी चुनाव में हरीश रावत के लिए सारथी की भूमिका में दिखाई देंगे।