![](https://vasundharadeep.news/wp-content/uploads/2022/01/WhatsApp-Image-2024-02-26-at-12.02.13-PM-2.jpeg)
![](https://vasundharadeep.news/wp-content/uploads/2023/10/AKANKSHA-AUTOMOBILES-R-PVT.-LTD.-scaled-1.jpg)
![](https://vasundharadeep.news/wp-content/uploads/2023/10/20x12-krishan-hospital-rudrapur_240405_213713.jpg)
![](https://vasundharadeep.news/wp-content/uploads/2023/10/LSC-Kumar315x315.jpg)
![](https://vasundharadeep.news/wp-content/uploads/2023/10/WhatsApp-Image-2024-04-01-at-2.28.31-PM.jpeg)
ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म पर उत्तराखंड में 4 नए APMC शामिल होने से किसानों और व्यापारियों को हुआ लाभ
लक्सर, मगलौर, कोटद्वार और भगवानपुर को ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म पर जोड़कर उत्तराखंड में अब 20 e-NAM मंडियां, किसानों और व्यापारियों के लिए तरक्की, पारदर्शिता, और सुविधाएँ की भरमार
उत्तराखंड, भारत: उत्तराखंड राज्य में किसानों और व्यापारियों के लिए एक नया युग आ गया है, क्योंकि ई-नाम (इलेक्ट्रॉनिक नेशनल एग्रीकल्चर मार्केटिंग) प्लेटफ़ॉर्म ने उत्तराखंड के 4 नए Agriculture Produce Market Committees (APMCs) को अपने डिजिटल संवाद परिपाटी में शामिल किया है। लक्सर, मगलौर, कोटद्वार, और भगवानपुर के APMC अब ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म पर जुड़कर किसानों और व्यापारियों को नई संभावनाओं का दरवाजा खोलते हैं।
ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म का उद्देश्य किसानों और व्यापारियों के लिए विभिन्न लाभ प्रदान करना है, जैसे कि संपूर्ण भारत में उपलब्ध व्यापारिक विकल्पों के साथ एक सरल और सुरक्षित डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्धि करना। इसके अलावा, ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से किसान अपने उत्पादों को आसानी से लिस्ट कर सकते हैं, ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं, और व्यापारिक नीलामी और बोली प्रक्रिया को भी सरल तरीके से अनुभव कर सकते हैं।
ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से किसानों को नहीं केवल स्थानीय व्यापारियों तक ही सीमित रहने की सुविधा है, बल्कि यह उन्हें पूरे भारत में व्यापारिक संबंध बनाने का अवसर भी प्रदान करता है। इसके माध्यम से वे देशभर के व्यापारिकों और खरीददारों के साथ बोली और नीलामी की प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं, जिससे उन्हें बेहतर मूल्य और बाजार पहुँच मिल सकता है।
उत्तराखंड के किसानों और व्यापारियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि ई-नाम प्लेटफ़ॉर्म उन्हें नई व्यापारिक अवसरों के साथ ही और भी सुरक्षित और पारदर्शी विकल्पों का उपयोग करने का मौका देता है। इसके माध्यम से किसान और व्यापारी दोनों के लिए बेहतर भविष्य की ओर एक मजबूत कदम बढ़ा है। उत्तराखंड e -NAM परियोजना के राज्य समन्वयक संदीप तिवारी ने यह जानकारी साझा की l