भूमि बचाओ आंदोलन को लेकर बैठक संपन्न*
*आंदोलन की रूपरेखा तय*
*एक अगस्त से तहसील में होगा धरना*
*सरकार की हठधर्मिता के आगे अब आंदोलन ही एकमात्र रास्ता*
बाजपुर।विधानसभा के 20 गावों की 5838 एकड़ भूमि के भूमिधरी अधिकारों को प्राप्त करने के लिए क्षेत्र के किसान मजदूर व्यापारी व अन्य प्रभावित लोग कमर कस चुके हैं आज चीनी मिल गेस्ट हाउस में संपन्न हुई संयुक्त बैठक में लंबी लड़ाई लड़ने के लिए योजना बनाई गई।
लंबे समय से 20 गांव की लड़ाई लड़ रहे भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि सरकार की हठधर्मिता के आगे आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बचा है और शांतिपूर्वक आंदोलन चलाया जाएगा। क्षेत्र भर के सभी लोगों ने अपने अधिकारों के लिए अब उत्तराखंड सरकार से दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है एल।
1 अगस्त से बाजपुर तहसील परिसर में धरना शुरू किया जाएगा और भूमि बचाओ धरना जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक जारी रहेगा इसके संबंध में आंदोलन के लिए व्यवस्थाएं करने हेतु 20 गांव के लोगों ने स्वयं जिम्मेदारियां तय की है। क्षेत्र के सभी सामाजिक, व्यापारिक,धार्मिक,राजनीतिक,छात्र संगठनों,महिला संगठनों आदि का सहयोग लिया जाएगा।बैठक में आंदोलन की विभिन्न व्यवस्थाओं हेतू नौजवानों की जिम्मेदारियां तय की गई। बैठक में निरंजन दास गोयल, कर्म सिंह पड़ा,दर्शन लाल गोयल, रजनीत सिंह सोनू,एनबी भट्ट,संजय सूद,आंचल कोरंगा,कपिल भटनागर, कुलबीर सिंह,सतनाम सिंह रंधावा, विजेंद्र डोगरा,विक्की रंधावा ,अशोक गोयल,सुनील पाठक,कौशलेंद्र प्रताप सिंह,गुरप्रीत सिंह,दर्शन सिंह संधू ,संजय गर्ग,मनीष जिंदल,संजय गोयल,रंजीत सिंह,गुरविंदर सिंह, गुरपिंदर सिंह,प्रताप संधू ,राजेश सिंघल,विशाल गोयल,सनी निज्जर सतवंत,प्रभु शरण सिंह आदि थे।