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अंकिता हत्याकांड प्रकरण में सख्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, लापरवाही बरतने वाले इस अधिकारी को किया निलंबित

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देहरादून। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अंकिता हत्याकांड प्रकरण को लेकर सख्त रुख अपनाये हुए हैं। बता दें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अंकिता हत्याकांड को लेकर पुलकीत धामी समेत अन्य लोगों को पदों से अवमुक्त कर भाजपा से भी निष्कासित कर चुके हैं। जिसके बाद अब हत्याकांड की सूचना में लापरवाही करने वाले अधिकारी को भी मुख्यमंत्री धामी ने निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है उदयपुर पल्ला यमकेश्वर के राजस्व उप निरीक्षक को अंकिता के लापता होने की सूचना दी गई थी लेकिन उक्त अधिकारी द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। जिसके बाद पूरे प्रकरण की जांच यमकेश्वर एसडीएम को सौंपी गई। एसडीएम यमकेश्वर ने जांच के आधार पर तहसील यमकेश्व जिला गढ़वाल राजस्व उपनिरीक्षक वैभव प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

बता दें वैभव प्रताप द्वारा राजस्व उप निरीक्षक उदयपुर पल्ला यमकेश्वर के उक्त प्रकरण में संदिग्ध भूमिका पाये जाने पर एसडीएम यमकेश्वर को जांच के निर्देश दिये गए थे। जांच में एसडीएम यमकेश्वर ने पाया कि ग्राम गंगाभोगपुर तल्ला तहसील यमकेश्वर अन्तर्गत स्थित वनन्तरा रिजोर्ट में अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड से स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों में अत्यधिक रोष उत्पन्न है। उक्त घटना काण्ड में राजस्व पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके उपरान्त प्रकरण नियमित पुलिस को विवेचना हेतु हस्तान्तरित कर दिया गया, किन्तु आम जनमानस द्वारा एफआईआर दर्ज करने में देरी व एफआईआर अंकिता भण्डारी के पिता के प्रार्थना पत्र पर दर्ज न करने पर अत्यधिक रोष प्रकट किया जा रहा है। प्रकरण में प्रथम दृष्टया जांच करने पर पता चलता है कि ग्राम गंगाभोगपुर तल्ला, पट्टी उदयपुर पल्ला -2 तहसील यमकेश्वर के राजस्व उप निरीक्षक वैभव प्रताप सिंह हैं। श्री वैभव प्रताप सिंह दिनांक 20.09.2022 से 23.09.2022 तक चार दिनों का आकस्मिक अवकाश अपने पिताजी के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुये स्वीकृत कराकर अवकाश पर चले गये जबकि अंकिता भण्डारी दिनांक 18.09.2022 से ही लापता हो गयी थी तथा दिनांक 19.09.2022 को उनकी लापता होने के सम्बन्ध में सूचना वैभव प्रताप सिंह राजस्व उप निरीक्षक उदयपुर पल्ला -2 को प्राप्त हो गयी थी तथा उनके द्वारा अंकिता भण्डारी के पिताजी से दूरभाष पर वार्ता कर इस घटना की जानकारी उनको भी दी गयी। जैसा कि वैभव प्रताप सिंह द्वारा दूरभाष पर बताया गया है, किन्तु उनके द्वारा इस सम्बन्ध में कोई भी प्रभावी कार्यवाही नहीं की गयी और न ही इस प्रकरण के सम्बन्ध में कोई सूचना अपने किसी भी उच्चाधिकारी को दी गयी। अवकाश पर जाने से पूर्व उनको अंकिता भण्डारी की गुमशुदा होने के सम्बन्ध में जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जानी चाहिये थी, जिससे कि प्रकरण पर तत्काल कार्यवाही की जा सकती। यद्यपि उनके अवकाश पर जाने का कारण उनके पारिवारिक कारण पिता जी का स्वास्थ्य है, फिर भी उनको चाहिये था कि अंकिता भण्डारी के अपने कार्य स्थल रिजोर्ट वनन्तरा से गायब होने के सम्बन्ध में वे दिनांक 19.09.2022 को ही कोई उचित कार्यवाही करते एवं इसकी सूचना उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी लायी जाती। इस प्रकार यह स्पष्ट होता है कि उनके द्वारा अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही की गयी है। उप जिलाधिकारी, यमकेश्वर द्वारा यह भी अवगत कराया गया है कि वैभव प्रताप सिंह, राजस्व उप निरीक्षक की कार्यशैली के सम्बन्ध में विभिन्न स्तरों से सूचनायें प्राप्त होती रही हैं, जिस सम्बन्ध में उनको अनेक बार मौखिक रूप से चेतावनियां दी गयी एवं समझाया भी गया। उप जिलाधिकारी यमकेश्वर द्वारा वैभव प्रताप सिंह राजस्व उप निरीक्षक उदयपुर पल्ला -2 के विरूद्ध अपने दायित्वों के प्रति संवेदनशीन न होना एवं उनके निवर्हन में लापरवाही बरतने के कारण राजस्व उप निरीक्षक के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने की संस्तुति की गयी है। उप जिलाधिकारी यमकेश्वर के पत्र से सहमत होते हुए वैभव प्रताप सिंह राजस्व उप निरीक्षक यमकेश्वर जनपद गढ़वाल को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए विभागीय कार्यवाही उदयपुर पल्ला – 2 तहसील संस्थित की गई है। हालांकि जिलाधिकारी गढ़वाला द्वारा आरोपों की जांच के लिए जांच अधिकारी उपजिलाधिकारी लैंसडाउन को नामित किया गया है। साथ ही जांच अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि आरोप पत्र तैयार कर नियमानुसार जांच कर तत्काल कार्यालय को उपलब्ध करायें व वैभव प्रताप सिंह की तहसील थलीसैंण से सम्बद्ध रहेंगे।


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