



जनपद उधम सिंह नगर में रह रहे लोगों की वर्षों पुरानी मांग आज पूरी हो गई कि जब आज सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और युवा पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भारत भूषण चुघ ने लाल कुआं से अमृतसर तक जाने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
रुद्रपुर -जनपद उधम सिंह नगर में रह रहे लोगों की वर्षों पुरानी मांग आज पूरी हो गई कि जब आज सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और युवा पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भारत भूषण चुघ ने लाल कुआं से अमृतसर तक जाने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। संसद भट्ट ने कहा कि जनपद उधम सिंह नगर व पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले हजारों लाखों लोग पंजाब की यात्रा करते हैं ऐसे में उनकी वर्षों पुरानी मांग थी कि यहां से अमृतसर तक रेल सेवा प्रारंभ की जाए ,ऐसे में केंद्र सरकार ने उनकी मांग को स्वीकार करते हुए यह रेल सेवा आज से प्रारंभ कर दी है जो सप्ताह में एक दिन चलेगी। युवा पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भारत भूषण चुघ ने कहा कि जनपद के तमाम लोग पंजाब में धार्मिक स्थान और व्यापार के सिलसिले में आवागमन करते हैं और यहां रह रहे सेना के जवान भी पंजाब व जम्मू कश्मीर में देश की रक्षा के लिए अपनी सेवाएं देते हैं ,लेकिन सीधी रेल सेवा न होने कारण उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में उन्होंने सांसद भट्ट व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत आला नेताओं के समक्ष अमृतसर तक रेल सेवा प्रारंभ करने की मांग की थी ।जिसको स्वीकार करते हुए यहां के लोगों को भाजपा की सरकार ने यह तोहफा दिया है। उन्होंने कहा यह रेल सेवा शुरू होने से इसका सीधा लाभ यहां के हजारों लाखों लोगों को मिलेगा जो विभिन्न कार्यों को लेकर पंजाब की यात्रा करते हैं ।उन्होंने लालकुआं से अमृतसर तक रेल सेवा शुरू होने पर सांसद भट्ट मुख्यमंत्री धामी समेत भाजपा के तमाम आला नेताओं का आभार जताया । इस दौरान युवा पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष चुघ ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और सांसद अजय भट्ट को ज्ञापन सौंपा । सांसद भट्ट को दिए गए ज्ञापन में उन्होंने कहा कि क्षेत्र से हजारों लाखों की संख्या में श्रद्धालु राधा स्वामी सत्संग ब्यास जाते हैं और यहां रेल का स्टापेज नहीं है जोकि बनाया जाए।उन्होंने कहा या तो इस ट्रेन को प्रतिदिन किया जाए अन्यथा इसको दो की जगह 3 दिन किया जाए और गुरुवार को इस ट्रेन को अवश्य संचालित किया जाए। क्योंकि अधिकतर श्रद्धालु गुरुवार को ही रवाना होते हैं।