नानकमत्ता। आजकल जिसे देखो वो सोशल मीडिया के जरिये खुद को पत्रकार की संज्ञा दे ही देता है। फिर उसका फायदा उठा कर किसी को ब्लैकमेल करने की कोशिश करने लगता है। आज ऐसा ही एक मामला ग्राम बिडोरा में देखने को मिला। जिसका खामियाजा उस पत्रकार को वहां से अपनी जान बचाना भी मुश्किल पड़ गया। विवाद इतना बड़ा की स्थानीय पुलिस को वहां हस्तक्षेप करना पड़ा।
हुआ यूं कि आज सैकड़ो ग्रामीण कोटाधारक नरेश कुमार के व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर उनके समर्थन में एकत्र हुए थे कि खुद को मीडिया कर्मी बताने वाला पत्रकार कोटाधारक को ब्लैकमेल करने के उद्देश्य से वहां पहुंच गया और वीडियो बनाने लगा। पत्रकार द्वारा कोटाधारक के खिलाफ सुनते ही वहां मौजूद ग्रामीणों और महिलाओं में आक्रोश पनप गया। और उन लोगों ने उसे वहीं घेर लिया। ग्रामीणों का आरोप था कि उक्त व्यक्ति आरोप लगा कर वीडियो बनाने वाले व्यक्ति के घर पर आता जाता रहता है और कोटाधारक की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से आया था। ग्रामीणों ने उक्त मीडियाकर्मी को चारों तरफ से घेर लिया। मामला बिगड़ता देख किसी के द्वारा नानकमत्ता पुलिस को सूचना दी गई। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और उस मीडिया कर्मी को बमुश्किल ग्रामीणों के चंगुल से निकाल कर बचाया।