देहरादून। लघु उद्योग भारती उत्तराखंड की शनिवार को प्रदेश कार्यकारिणी गठित की गई। जीएमएस रोड स्थित एक होटल में आयोजित बैठक में संगठन के अखिल भारतीय संयुक्त महामंत्री एवं केंद्रीय चुनाव अधिकारी के रूप में राकेश गर्ग ने कार्यकारिणी की घोषणा की। जिसमें विजय सिंह तोमर को अध्यक्ष, राजीव गोयल को महामंत्री, रोहित भाटिया को संयुक्त महामंत्री, मयंक गर्ग को कोषाध्यक्ष, प्रदीप खंडूरी एवं अमित त्यागी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इनके अलावा नवीन डबराल, राहुल दंड, शब्दावली भारद्वाज, कर्नल रूपकुमार शर्मा, आलोग सारस्वत, सुमित अग्रवाल, पुरुषोत्तम अग्रवाल, अनुप भटट, अभय अग्रवाल, अनिल कुमार शर्मा, राजेश जायसवाल को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य चुना गया है। जबकि अभी तक अध्यक्ष का दायित्व संभाल रहे कैलाश मैलाना को संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई है।
बैठक में जिला कार्यकारिणियां भी गठित की गई। जिसमें निशांत सिंघल को देहरादून महानगर का अध्यक्ष, कंवलजीत शर्मा को महामंत्री, रमेश सल्ल को संयोजक नियुक्त किया गया है। जबकि देहरादून ग्रामीण जिले से रविन्द्र भटट को अध्यक्ष, भूवनेश धर को महामंत्री, सिद्धांत सूद को संयोजक नियुक्त किया गया है। वहीं, हरिद्वार महानगर जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी मनोज पुंडीर को दी गई है। जबकि निखिल गोयल को महामंत्री एवं सुरजीत सिंह भुल्लर को संयोजक नियुक्त किया गया है। हरिद्वार ग्रामीण जिले से कुलदीप सिंह को अध्यक्ष, अशोक शुक्ल को महामंत्री और मधुसूदन चौहान को संयोजक नियुक्त किया गया है। उत्तरकाशी जिले से अनुप भटट को संयोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऊधम सिंह नगर से दीपक अग्रवाल, नैनीताल से अमित गर्ग, पिथौरागढ़ से राजेश कुमार, टिहरी से कुबेर उन्नियाल, रुद्रप्रयोग से गोपेन्दर सिंह, बागेश्वर से सौरभ गुप्ता, चमोली जिले से कर्नल नवीन डबराल, पौड़ी गढ़वाल से ज्ञान प्रकाश पैन्यूली को संयोजक नियुक्त किया गया है।
*उद्योगों को बढ़ावा देने से ही प्रदेश का विकास संभव : गर्ग*
देहरादून। उद्यमियों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय संयुक्त महामंत्री एवं केंद्रीय चुनाव अधिकारी राकेश गर्ग ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में लघु उद्योगों का सबसे बड़ा योगदान है। अग्रेंजों ने भारत में लघु उद्योगों को बड़े स्तर पर बंद करवाया था। और उस समय भारत के निर्यात में लघु उद्योगों का योगदान करीब 32 फीसदी था। जिसके बाद यह करीब एक प्रतिशत पर आ गया था। आजादी के बाद की सरकारों ने भी लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कुछ खास प्रयास नहीं किए। इसलिए उद्योगों के संरक्षण के लिए 1994 में लघु उद्योग भारती का गठन किया गया। जो आज देश के 450 से अधिक जिलों में सक्रिय है। लघु उद्योगों भारती के प्रयासों से ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी सरकार ने लघु उद्योग मंत्रालय का गठन किया। अब वर्तमान सरकार की रीति नितियों से लघु उद्योगों का बढ़ावा मिल रहा है। संगठन, उद्योग हित के साथ ही राष्ट्र हित के सिद्धांत पर भी कार्य कर रहा है। राष्ट्रीय स्वयं संघ के उत्तराखंड के प्रांत प्रचारक डा शैलन्द्र ने नई कार्यकारिणी को बधाई देते हुए कहा कि सभी पदाधिकारी उद्योगों के माध्यम से राज्य के विकास में अधिक से अधिक योगदान दें। लोगों को स्वदेशी के प्रति जागरूक करें।
नवनियुक्त अध्यक्ष विजय सिंह तोमर ने कहा कि लघु उद्योग भारती से जुड़े उद्यमियों के सहयोग से पहाड़ों में पलायन की समस्या का समाधान किया जाएगा।
बैठक में उद्यमी अमन जोशी, चंद्रकांत, सन्नी बत्रा, मनीष कठैत, पीएन यादव आदि मौजूद रहे। संचालन राजेश शर्मा ने किया।