विधायक शिव अरोरा के हस्तक्षेप के बाद भगवानपुर कुलड़िया मे रुका अतिक्रमण का पीला पंजा , विधायक बोले न्यायलय का आदेश सर्वोपरि लेकिन घर खाली करने के लिये समय दिया जाना व्यावहारिक
रुद्रपुर। भगवानपुर कुलड़िया मे उच्तम न्यायालय के आदेश के बाद प्रशाशन की टीम पुलिस के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंची, जिसकी सूचना विधायक शिव अरोरा को मिली तो विधायक अरोरा सुबह हीं मौके पर पहुँचे,
विधायक शिव अरोरा बोले की भगवानपुर कुलड़िया का मामला विगत पिछले चार से पांच साल से न्यायलय मे विचारधीन था जिसमे आज से 2 साल पहले उच्च न्यायलय द्वारा भगवानपुर गांव के खिलाफ निर्णय दे दिया था उसके बाद यह लोग उच्चतम न्यायलय चले गये था उस समय से अब तक विधायक शिव अरोरा ने ऐसी किसी भी कार्यवाही को न करने को लेकर प्रशासन से वार्ता की थी कि शायद इन लोगो को वहां से राहत मिल जाये ऐसे मे गत दिन भगवापुर के लोगो द्वारा विधायक को बताया गया निर्णय वहाँ के लोगो के उनके खिलाफ आया तो ऐसे मे उनको घर खाली करने का समय दिया जाये जो व्यवहारिक भी है। चूकि उच्च न्यायलय द्वारा इसमे जिला अधिकारी व एक्शन पीडब्ल्यूडी ओम प्रकाश को नेमड कंटेंप्ट अवमाना के साथ अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है.
इसको लेकर विधायक शिव अरोरा मौके पर पहुँचे ओर प्रशासन के अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि हम सब न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हैं साथ ही हम भी न्यायालय के आदेश को सर्वोपरि मानते हैं लेकिन इस प्रकार घर में बुजुर्ग,बच्चे, महिलाएं व घरो मे जानवर बंधे हैं ऐसे में अतिक्रमण ध्वतीकरण की कार्यवाई करना व्यावहारिक नहीं है इनको 24 से 36 घंटे घर खाली करने के लिये दिये जाये जिससे वह अपनी कि रहने कि व्यवस्था कर सके।
वही विधायक शिव अरोरा यह बात करने के बाद एक अन्य मामले मे जिला अधिकारी के कार्यालय गये थे तो उनको जानकारी मिली कि उनकी वार्ता के बाद भी प्रशासन के लोगों ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को जारी रखा।
ऐसे मे विधायक शिव अरोरा ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी को वहाँ से खदेड़ा ओर स्पष्ट बोले कि ज़ब तक यह अपना घर खाली नहीं कर देते ऐसी कोई कार्यवाही नहीं होंगी इतने मामले के बाद मामला शांत हुआ था कि पुलिस द्वारा बलपूर्वक वहां के लोगो को गिरफ्तार करने कि कार्यवाही शुरू कर दी ओर घसीटते हुए ले जाने लगे, यह सब देख विधायक शिव अरोरा का पारा हाई हो गया
वह बोले ज़ब एक बार मामला शांत हो गया तो पुलिस द्वारा इस प्रकार का अमानवीय व्यवहार करते हुए महिलाओं को घसीटा जाना इस प्रकार से कार्यवाही करना बिल्कुल उचित नहीं है, विधायक ने सभी गिरफ्तार हुए लोगो को मौके पर छुड़वाया व आला अधिकारियो से वार्ता कर मौके से पुलिस को वापस जाने कि बात कही। जिसमे बाद पुलिस ने अपनी कार्यवाही रोक दी, विधायक बोले हम सभी न्यायलय के आदेश का सम्मान करते है लेकिन जो वर्षो से निवास कर रहे है उनको उनके घर खाली करने का पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए।