किच्छा। पुरानी गल्ला मंडी में लगने वाले हाट बाजार के संबंध में नागरिकों ने कुमाऊँ कमिशनर दीपक रावत को ज्ञापन देकर बाजार को शीघ्र स्थानांतरित कराने की मांग की है। गौरतलब है कि पुरानी मंडी में विगत कई वर्षों से हाट बाजार लगता चला आ रहा है परंतु अब उस हाट बाजार में फड़ों एवं दुकानों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि होने साथ ही उस बाजार में आसपास के क्षेत्रों की जनसंख्या के आवागमन में भारी वृद्धि होने के कारण बाजार के दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। इस प्रकार भीड़ से किसी आपातकालीन स्थिति की संभावना या दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। इसके अतिरिक्त शुक्रवार व सोमवार को हाट बाजार रेलवे क्रॉसिंग के पार लगाई जाती है, इस बाजार में जाने व आने हेतु मात्र एक ही रास्ता है और वो है रेलवे फाटक। पहले रेलवे लाइन छोटी थी ट्रेनों का आवागमन सीमित था, रेलवे फाटक का खुलना व बंद होना सीमित था। अब वर्तमान स्थिति में जब से बड़ी लाइन बनी है, ट्रेनों का आवागमन बहुत ज्यादा हो चुका है। रेलवे फाटक बंद होने पर फाटक के दोनों ओर बहुत ज्यादा भीड़ इकट्ठी हो जाती है एवं जाम की स्थिति बन जाती है। ऐसे एकमात्र उपाय हाट बाजार को किसी दूसरे स्थान स्थानान्तरित करना ही बचता है।
इसी संबंध में पूर्व में भी स्थानीय निवासियों का आज बाजार को लेकर विरोध प्रदर्शन होता रहा है एवं शासन प्रशासन को मौखिक व लिखित शिकायतें की जा चुकी हैं, परंतु पुरानी मंडी क्षेत्र के निवासियों की इस समस्या के प्रति प्रशासन सदा उदासीन रहा है। बात सिर्फ इतनी नहीं कि यह समस्या मंडी निवासियों की है, इस हाट बाज़ार में अब अनेक अराजक घटनायें पर्स चोरी, चेन स्नेचिंग, बाइक चोरी, महिलाओं से छेड़छाड़ आदि बढ़ गयीं हैं जिससे बाज़ार में जाने वाले सभी क्षेत्रवासियों को इससे अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस समय यह समस्या उग्र रूप ले चुकी है एवं हाट बाजार के पुरानी मंडी में लगने का विरोध प्रदर्शन चरम पर पहुंच रहा है। अब देखना यह है कुमाऊँ कमिशनर के संज्ञान में इस मामले के आने के बाद प्रशासन इस समस्या से सम्पूर्ण क्षेत्रवासियों को निजात दिलाता है या नहीं।
ज्ञापन देने वालों में ठा. संतोष सिंह, डॉ. शिव कुमार मित्तल, प्रभजोत सिंह चीमा, शिब्बू सक्सेना, प्रवीन गोयल आदि लोग मौजूद थे।