किच्छा। कोतवाल अशोक कुमार सिंह को विधायक तिलकराज बेहड़ का लेटर फैंकना भारी पड़ गया। विधायक की शिकायत पर किच्छा कोतवाल अशोक कुमार सिंह का स्थानांतरण जसपुर हो गया। कोतवाली पुलिस ने उन्हें विदाई दी। जबकि नगर से एक भी व्यक्ति उन्हें विदाई देने नहीं पहुंचा, यह कोतवाली के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है।
कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ का कोतवाल अशोक कुमार सिंह को लिखा गया पत्र फैंकना महंगा पड़ गया है।विधायक तिलकराज बेहड़ ने पत्र फेंके जाने का मामला विधानसभा में उठाया था। जिस पर शासन द्वारा कार्रवाई करते हुए कोतवाल अशोक कुमार सिंह को स्थानांतरित करते हुए जसपुर कोतवाली में तैनात किया गया है तथा उनके स्थान पर जसपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार को किच्छा में तैनाती दी गई है। लगभग 6 माह पूर्व कोतवाली में पदभार संभालने वाले कोतवाल अशोक कुमार सिंह नगर के अधिकांश पत्रकारों के अलावा व्यापार मंडल, विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, सामाजिक संगठनों तथा आम जनता के दिल में जगह नहीं बना पाए उनके कड़वे एवं रूखे व्यवहार के कारण उनकी विदाई के समय कोतवाली स्टाफ के अलावा नगर का एक भी व्यक्ति विदाई देने नहीं पहुंचा। कोतवाली किच्छा के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब स्थानांतरित होने वाले कोतवाल को पुलिस स्टाफ के अलावा नगर से कोई भी विदाई देने नहीं पहुंचा इसे लोगों की कोतवाल के प्रति नफरत ही कहा जा सकता है। पूर्व में स्थानांतरित होने वाले कोतवाल को नगर व्यापार मंडल पदाधिकारी, राजनीतिक दलों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता, संगठनों के कार्यकर्ताओं के अलावा पत्रकारों द्वारा भावभीनी विदाई दी जाती थी परंतु किच्छा में कोतवाल के पद पर तैनात रहे अशोक कुमार सिंह इस सम्मान से वंचित रह गए क्योंकि लोगों के दिलों में उनके प्रति सम्मान नहीं था।
कोतवाली के पुलिस स्टाफ द्वारा स्थानांतरित हुए कोतवाल अशोक कुमार सिंह को सामूहिक रूप से विदाई दी गई। इस दौरान कोतवाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तथा अपनी मूंछ ऐंठते हुए फोटो खिंचाने से बाज़ नहीं आए। कोतवाली पुलिस स्टाफ के बीच मूंछ ऐंठते हुए जसपुर कोतवाली के लिए विदा हुए।