देहरादून। प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार प्रदेश के निवासियों को साइबर ठगों से निजात दिलाने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस प्रयासरत है। जिसके तहत पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने विदेश से पैसा व सोना भेजने के नाम पर ऑनलाईन 26 लाख रुपये की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। जिसके पास से भारी मात्रा में इलैक्ट्रोनिक व दस्तावेजी साक्ष्य (06 मोबाइल फोन, विभिन्न व्यक्तियो के 12 वोटर कार्ड, 10 आधार कार्ड, 7 पैन कार्ड, 18 डेबिट कार्ड, 11 पासबुक व 1 चैकबुक, 1 डीएल व 1 आरसी व विभिन्न व्यक्तियों की दर्जनो पासपोर्ट फोटोग्राफ बरामद की है। पुलिस को उक्त व्यक्ति की 1 वर्ष से तालाश थी।
बता दें वादिनी वर्षा शर्मा पत्नी स्व0 दीपक शर्मा निवासी म0न0 18 मोथोरोवाला देहरादून की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके पति के साथ व्हाटसप चैट के माध्यम से दोस्ती कर विदेश से पैसा व सोना की ईट भेजने के नाम पर ऑनलाईन 26 लाख रुपये की धोखाधडी की गई थी। जिसके संबंध में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून में 30 अक्टूबर 2020 को मुकदमा पंजीकृत किया गया। प्रकरणों की गंभीरता को देखते हुये अभियोग के अनावरण, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाने से निरीक्षक पंकज पोखरियाल के नेतृत्व में टीम गठित की गयी।
अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई-वालेट, तथा बैंक खातों व सीसीटीवी फुटेज व भौतिक साक्ष्यो के विश्लेषण करने पर जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा विदेशी नागरिक बनकर सोशल मीडिया व्हाटसप के माध्यम से चैट कर विदेश से पैसा व धन भेजने व व्यवसाय में मदद करने व सोना खरीदने के नाम पर चैटिग करके लाभ अर्जित किया जा रहा था। जिसके उपरान्त थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को शिकायत प्राप्त होने साइबर थाने से विशेष टीम का गठन कर टीम द्वारा कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रुप से साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस टीम घटना में संलिप्त मुख्य आरोपी सोनू निषाद को सभापुर दिल्ली एक्सटेन्शन थाना सोनिया विहार दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तो अभियुक्त को उत्तराखण्ड राज्य के अतिरिक्त दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा व अन्य राज्यों की पुलिस को तलाश है। अभियुक्त के सम्बन्ध में अन्य राज्यो से भी सम्पर्क किया जा रहा है।
उक्त अभियुक्त द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, व्हाट्सएप व अन्य माध्यमों से विदेशी नागरिक बनकर दोस्ती कर चौट करके फर्जी मोबाईल, फर्जी दस्तावेज पहचान पत्र बनाकर बैंको में खाते खोलकर व सिम प्राप्त कर आम नागरिकों को लाखों रुपये की विदेशी करेन्सी व सोना प्राप्त करने व बन्द पड़ी पॉलिसीयों के रिन्यूवल के नाम पर धोखाधड़ी करके अवैध धन अर्जित किया करते हैं। ठगी गयी धनराशि को एक खाते से दूसरे खातें में डालकर एटीएमों के माध्यम से धनराशि को निकाल लिया करते हैं।
अभियुक्त के पास से भारी मात्रा में इलैक्ट्रोनिक व दस्तावेजी साक्ष्य (06 मोबाइल फोन, विभिन्न व्यक्तियो के 12 वोटर कार्ड, 10 आधार कार्ड, 7 पैन कार्ड, 18 डेबिट कार्ड, 11 पासबुक व 1 चैकबुक, 1 डीएल व 1 आरसी व विभिन्न व्यक्तियों की दर्जनो पासपोर्ट फोटोग्राफ बरामद हुए हैं। कार्यवाही करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक पंकज पोखरियाल, राजीव सेमवाल, सुरेश कुमार, कैलाश कण्डारी, शादाब अली, एसटीएफ टैक्निकल टीम शामिल रही।
प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है, कि वे किसी भी अन्जान व्यक्ति के झांसे में न आकर किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी आँनलाईन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। किसी भी वित्तीय साइबर अपराध के लिए, तुरंत 1930 पर कॉल करें।