विधानसभा चुनाव 2022: वेस्ट यूपी के 11 जिलों में 10 फरवरी को होगी पहले चरण की  वोटिंग, प्रचार के अंतिम दिन राजनेताओं ने झोकीं ताकत

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 10 फरवरी को वोटिंग है। ऐसे में पहले चरण के चुनाव के प्रचार का आज अंतिम दिन है। प्रचार के लिए आज राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी के दिग्गजों ने मोर्चा संभाल लिया है। शाम 6 बजे के बाद पहले चरण का चुनाव प्रचार थमने के साथ नेताओं का मतदान के लिए इंतजार बढ़ जाएगा।

बता दें कि पहले चरण में वेस्ट यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होने हैं। पहले चरण में कुल 623 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। चुनाव आयोग और आचार संहिता के नियमों के कारण शाम को 11 जिलों में प्रचार थम जाएगा।

पीएम मोदी वर्चुअल जन चौपाल के जरिए तीन जिलों- सम्भल, रामपुर और बदायूं के मतदाताओं को संबोधित किया। पीएम शाम 5 बजे वर्चुअल माध्यम से तीन जिलों की 15 विधानसभा सीटों को साधेंगे। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के लिए 150 से ज्यादा जगहों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ मुरादाबाद, अमरोहा, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में आयोजित चुनावी कार्यक्रमों को संबोधित करेंगे।

वहीं भाजपा मंगलवार को अपना संकल्प पत्र (मेनिफेस्टो) जारी करेगी। साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था। पार्टी के तत्कालीन संकल्प-पत्र जारी करते हुए कहा था कि हमें एक मौका दीजिए हम यूपी को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकालेंगे। अपने लोक-कल्याण संकल्प पत्र में भाजपा ने करीब 35 वादे किए थे। अब एक बार फिर पार्टी यूपी चुनाव को लेकर अपना संकल्प पत्र जारी करने जा रही है। इससे पहले रविवार 6 फरवरी को भाजपा संकल्प पत्र जारी करने वाली थी, लेकिन भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन के बाद इस कार्यक्रम को टाल दिया गया था।
दूसरी ओर प्रियंका गांधी हस्तिनापुर, मथुरा और खैरागढ़ के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगेंगी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मंगलवार को तीन जिलों- मेरठ, मथुरा और आगरा में डोर-टू-डोर कैंपेन करेंगी। हस्तिनापुर, मथुरा और खैरागढ़ के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगेंगी।

बता दें की हापुड़ में जयंत चौधरी चुनाव प्रचार करेंगे। गढ़मुक्तेश्वर सीट पर जयंत गठबंधन प्रत्याशी रविंद्र चौधरी के लिए सिखेड़ा में प्रचार करेंगे। अखिलेश जयंत की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने के बाद भी जयंत यहां अकेले प्रचार में आ रहे हैं। इसका कारण इस सीट पर मुसलमान और जाट वोटर अच्छी संख्या में हैं। अगर गुर्जर भी सपा के साथ आ गया तो ये सीट गठबंधन के लिए आसान होगी। इसलिए जयंत आखिरी दांव चलना चाहते हैं।

पहले चरण का चुनाव पूरे विधानसभा चुनाव के लिए बहुत अहम है। पहले चरण के मतदान से ही बाकी के चरणों का रुख तय होगा। ये वही वेस्ट यूपी है जहां सपा, रालोद का गठबंधन है। जो भाजपा की बड़ी चुनौती है। गठबंधन की सफलता, विफलता ही सपा और भाजपा के चुनाव पर असर डालेगी। पहले चरण में वो सभी सीटें हैं जो किसान आंदोलन, पलायन, जाटों, दंगा प्रभावित हैं। इन जिलों के मतदान से ही पूर्वांचल, मध्यांचल और अन्य जिलों का चुनाव तय होगा। इसलिए हर सियासी दल पहले चरण का चुनाव अपने हक में कराना चाहता है।


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