देहरादून। जिला आबकारी अधिकारी उत्तराखंड व क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षकों की एक बैठक आहूत की गई। जिसमें गत वर्षों के बकाया राजस्व की समीक्षा की गई। बैठक में आबकारी सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने सभी जिला आबकारी अधिकारियों से राजस्व संबंधित जानकारी ली और राजस्व जमा न कराये जाने के दृष्टिगत घोर अप्रसन्नता व्यक्त की एवं सम्बन्धित जिला आबकारी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे व्यक्तिगत रूप से जनपद के जिलाधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) से समन्वय स्थापित करते हुए जारी आर०सी० के विरूद्ध वसूली अभियान चलायें।
इसके अतिरिक्त सचिव, आबकारी उत्तराखण्ड हरि चंद्र सेमवाल द्वारा समस्त जिला आबकारी अधिकारियों के जनपदों से प्राप्त राजस्व की समीक्षा की गई। समीक्षा करने पर पाया गया कि प्रदेश में 01 अप्रेल, 2022 से 31, जनवरी, 2023 तक कुल लगभग 195 करोड़ रूपये जमा होने अवशेष है। जनपद वार समीक्षा करने पर जिला आबकारी अधिकारी ऊधमसिंहनगर हरीश कुमार, जिला आबकारी अधिकारी पिथौरागढ़ गोविन्द सिंह मेहता को राजस्व जमा कराये जाने के प्रति उदासीनता के दृष्टिगत विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गई समस्त जिला आबकारी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि यदि जनपद में किसी भी प्रकार का राजस्व बकाया रहता है, तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी व्यक्तिगत रूप से सम्बन्धित जिला आबकारी अधिकारी की होगी एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ-साथ अवशेष राजस्व की व्यक्तिगत रूप से वसूली की जायेगी।
साथ ही वर्तमान वित्तीय वर्ष के जिन अनुज्ञापियों द्वारा आबकारी राजस्व जमा नहीं कराया गया है उनके विरूद्ध उनकी हैसियत को जब्त करवाने की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये गये। समस्त जिला आबकारी अधिकारियों को राजस्व जमा कराने के कड़े निर्देश दिये गये तथा साथ ही कृत कार्यवाही की दिनांक 13.02.2023 को पुनः समीक्षा किये जाने के निर्देश दिये गये।
जनपद अल्मोड़ा के क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक बलजीत सिंह के द्वारा कार्य के प्रति घोर लापरवाही व उदासिनता के दृष्टिगत उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने हेतु आयुक्तालय के सम्बन्धित अनुभाग को निर्देशित किया गया है।