रंगदारी से पीड़ित प्रतीक अग्रवाल ने की प्रेसवार्ता

खबरे शेयर करे -

रंगदारी से पीड़ित प्रतीक अग्रवाल ने की प्रेसवार्ता

काशीपुर। अनूप अग्रवाल और उसके पुत्र समेत पांच नामजद वह अन्य के खिलाफ 40 लाख रूपये की रंगदारी मांगने सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराने के बाद पीड़ित व्यापारी प्रतीक अग्रवाल पुत्र शरद कुमार अग्रवाल निवासी रेलवे स्टेशन रोड काशीपुर शनिवार को मीडिया से मुखातिब हुए। रामलीला ग्राउंड के सामने स्थित एक होटल में दौराने प्रेस कांफ्रेंस प्रतीक अग्रवाल ने मीडिया के समक्ष अपना असहनीय हो चुका दर्द व्यक्त किया। बताया कि अनूप अग्रवाल पुत्र केशव शरण अग्रवाल के शातिर दुष्कृत्यों से काशीपुर और क्षेत्र की जनता न सिर्फ भलीभांति परिचित है बल्कि इस शातिर व्यक्ति के अत्याचारों से नगर व क्षेत्र के अनेक लोग पीड़ित भी हैं। बकौल प्रतीक, पिछले कई वर्षों से वह अनूप अग्रवाल के अत्याचारों से बुरी तरह पीड़ित हैं। हद तो तब हो गई जब करीब एक माह पूर्व अनूप अग्रवाल ने मुझसे 20 लाख रुपए उधार मांगे। मना करने पर मुझे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और जब मैं पायते वाली रामलीला के शुभारंभ अवसर पर रामलीला मैदान में पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद अनूप अग्रवाल ने मुझे अपने साथ चलने को कहा, लेकिन मैं इस शातिर व्यक्ति के साथ नहीं गया। तब इसने कुछ दूर ले जाकर एक एडिट की हुई गंदी फिल्म मुझे दिखाई जिसमें मेरा चेहरा लगाया गया था। फिल्म दिखाने के बाद मुझे धमकी दी कि अब 20 नहीं तुम्हें 40 लाख रुपए देने पड़ेंगे और वह भी उधार नहीं बल्कि इस फिल्म को वायरल न करने के एवज में। नहीं तो मैं अपनी आदत के अनुसार इस फिल्म को वायरल करके तुम्हारा जीना हराम कर दूंगा। प्रतीक के मुताबिक,वह जैसे तैसे घर तो आ गया मगर मानसिक रूप से परेशान हो गया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से ही मेरा परिवार गहरे सदमे में है। अनूप अग्रवाल ने हमारा सुखचैन छीन लिया।प्रतीक ने बताया कि बीती 22 अक्टूबर को वह अपने कुछ मित्रों के साथ रामलीला गया तो वहां अनूप अग्रवाल और उसके बेटे अमोल अग्रवाल जिनके हाथों में बंदूक थी, ने अपने 15-20 साथियों के साथ मुझे उस समय घेर लिया जब मैं पार्किंग में खड़ी अपनी गाड़ी के पास फलोरी खा रहा था। अनूप अग्रवाल ने गंदी गालियां देकर जान से मारने की नीयत से बंदूक से गोली चलाई लेकिन मेरे साथियों के बीचबचाव करने के कारण निशाना चूक गया और गोली मेरे करीब से होकर निकल गई। प्रतीक का कहना है कि उसके साथ जानलेवा मारपीट भी की गई। 25 अक्टूबर को मामले की रिपोर्ट काशीपुर कोतवाली में दर्ज कराई गई। प्रतीक ने कहा कि उन्हें अभी भी धमकियां मिल रही हैं। हालांकि, उन्होंने पुलिस विभाग पर पूर्ण विश्वास जताया और कहा कि पुलिस उन्हें पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने के साथ ही न्याय संगत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को अवश्य ही गिरफ्तार कर जेल भेजेगी। साथ ही कहा कि अनूप अग्रवाल से पीड़ित दूसरे लोग भी मीडिया के सामने आकर अपना दर्द व्यक्त करने का साहस जुटा सकते हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान गगन काम्बोज व पुष्प अग्रवाल भी मौजूद रहे।


खबरे शेयर करे -